सरकार की पहल ‘भविष्य के 75 प्रतिभाशाली’ (75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो) के हिस्से के तौर पर 18 से 35 आयु वर्ग के 75 युवाओं को विशेष मेहमान के रूप में 53वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। पहले स्क्रीनिंग/सलेक्शन ज्यूरी और बाद में ग्रैंड ज्यूरी द्वारा चुने गए भविष्य के 75 प्रतिभाशाली लोगों की ये बहुप्रतीक्षित सूची अब आ चुकी है। कल की ये होनहार सिनेमाई प्रतिभाएं भारत के 19 विभिन्न राज्यों से हैं, जो हैं – आंध्र प्रदेश, असम, दिल्ली, गोवा, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, बिहार, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल। चयनित विजेताओं में सबसे अधिक संख्या महाराष्ट्र से है, इसके बाद तमिलनाडु और दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का स्थान है। सिनेमाई क्षेत्र और राज्य के अनुसार विजेताओं की सूची यहां देखी जा सकती है।
इन 75 युवाओं को फिल्ममेकिंग के विभिन्न क्षेत्रों जैसे निर्देशन, अभिनय, सिनेमैटोग्राफी, एडिटिंग, पटकथा लेखन, पार्श्व गायन, संगीत रचना, कॉस्ट्यूम और मेकअप, आर्ट डिजाइन और एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स (वीएफएक्स), ऑगमेंटेड रिएलिटी (एआर) और वर्चुअल रिएलिटी (वीआर) में उनकी उत्कृष्टता के आधार पर चुना गया है। इनमें से 15 लोग निर्देशन की श्रेणी से हैं, 13 नवोदित अभिनेता और 11 लोग एडिटिंग के क्षेत्र से हैं।
इनमें सबसे कम उम्र के विजेता हरियाणा के 18 वर्षीय नीतीश वर्मा और महाराष्ट्र के 18 वर्षीय तौफीक मंडल हैं। दोनों को संगीत रचना में उनकी प्रतिभा के लिए चुना गया है। विजेताओं की अधिकतम संख्या महाराष्ट्र (23 कलाकार) से है, इसके बाद तमिलनाडु (9 विजेता) और दिल्ली (6 प्रतिभाशाली) का स्थान है।
“75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो” के दूसरे संस्करण में चार नई श्रेणियां
इन विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता के चार क्षेत्रों की पहचान की गई है और उन्हें 75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो पहल के इस संस्करण में जोड़ा गया है। ये चार नई श्रेणियां हैं – 1) संगीत रचना, 2) कॉस्ट्यूम और मेकअप, 3) आर्ट डिजाइन और 4) एनिमेशन/वीएफएक्स/एआर/वीआर। इन क्षेत्रों को इसलिए शामिल किया गया है ताकि गैर-पारंपरिक कौशल व विशेषज्ञता को बढ़ावा देने और इन क्षेत्रों में करियर के अवसरों का पता लगाने के लिए अधिक लोगों को प्रोत्साहित किया जा सके।
इन 75 विजेताओं को इफ्फी महोत्सव में शामिल होने और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा के ग्रैंडमास्टरों द्वारा आयोजित सत्रों और वर्कशॉप में भाग लेने का अवसर मिलेगा। उन्हें दक्षिण एशियाई और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समुदायों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करने वाले मंच- फिल्म बाजार में सिनेमा के व्यवसाय को करीब से देखने का भी मौका मिलेगा। इन युवा कलाकारों को आने-जाने, रहने, स्थानीय परिवहन और 53वें इफ्फी तक पहुंच की निःशुल्क व्यवस्था की जा रही है।
75 उभरते फिल्मकार ‘इंडिया@100′ विषय पर शॉर्ट फिल्में बनाएंगे
उनके इफ्फी अनुभव को और ज्यादा आकर्षक व रोमांचक बनाने के लिए 75 युवाओं को 15 समूहों में बांटा जाएगा जहां वे “53-घंटे की चुनौती” प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेंगे। ये प्रतियोगिता उन्हें चैलेंज देगी जिसमें उन्हें ‘इंडिया@100’ के अपने आइडिया पर एक शॉर्ट फिल्म 53 घंटे में बनानी होगी। इस प्रतियोगिता को राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम द्वारा शॉर्ट्स टीवी के सहयोग से संचालित किया जा रहा है।
75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमारो पहल केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के मौलिक विचार का परिणाम है। इस पहल का उद्देश्य पूरे देश में फिल्ममेकिंग में युवा रचनात्मक प्रतिभाओं की पहचान, प्रोत्साहन और पोषण करना है।
“75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो के दूसरे संस्करण को लगभग 1,000 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं”: सूचना एवं प्रसारण मंत्री
75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो के अपने विज़न को साझा करते हुए केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा: “75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो की कल्पना दरअसल युवाओं, कलाकारों और क्रिएटिव लोगों के लिए, खासकर दूर-दराज के क्षेत्रों वाले लोगों के लिए, एक ऐसे मंच के रूप में की गई है जहां वे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, गोवा में भारतीय फिल्म उद्योग के जाने माने लोगों से मिल सकें और उनसे जुड़ सकें। इस साल 75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो के दूसरे संस्करण में, पूरे भारत से लगभग 1,000 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं जिनमें असम के लखीमपुर और सोनितपुर, ओडिशा के खोरदा, आंध्र प्रदेश के कृष्णा और प्रकाशम, तमिलनाडु में थेनी और महाराष्ट्र में भंडारा जैसी जगहें शामिल हैं। इन आवेदनों में से 75 प्रतिभाशाली लोगों को चुना गया है जिन्हें मेंटर किया जाएगा। मैं सभी को बधाई देता हूं और 53वें इफ्फी में उन सभी से मिलने के लिए उत्सुक हूं।”
75 विजेताओं की इस अंतिम सूची का चयन एक सलेक्शन प्रोसेस के जरिए किया गया है जिसमें सलेक्शन ज्यूरी द्वारा स्क्रीनिंग और फिर ग्रैंड ज्यूरी द्वारा अंतिम चयन शामिल है।
ग्रैंड ज्यूरी में शामिल हैं:
• प्रसून जोशी
• रेसुल पोकुट्टी
• आर बाल्की
• रिकी केज
• माला डे बांठिया
• गौतमी तडीमल्ला
• बल्लू सलूजा
• मुंजाल श्रॉफ
• नरेंद्र राहुरिकर
• रवि के चंद्रन
सलेक्शन/स्क्रीनिंग ज्यूरी सदस्य हैं:
• निखिल महाजन
• उज्ज्वल आनंद
• बिशाख ज्योति
• मालविका
• प्रणीता सुभाष
• एमी बरुआ
• ध्वनि देसाई
• दीपक सिंह
• कार्तिक पलानी
• सुजीत सावंत
भारत के प्रतिभाशाली लोग अपनी क्षमता दिखाने को आतुर हैं: प्रसून जोशी
इस पहल के बारे में बात करते हुए ग्रैंड ज्यूरी के सदस्य प्रसून जोशी ने कहा, “मेरा हमेशा से मानना रहा है कि भारत की विविधता उसकी बड़ी ताकत है और हम वास्तव में इसके साथ तभी न्याय करेंगे जब हम भारत के हर हिस्से से कहानियां सुनेंगे, न कि केवल कुछ खास शहरों से। यही 75 क्रिएटिव माइंड्स की पहल के पीछे का विचार है।”
उन्होंने कहा कि “भारत के प्रतिभाशाली लोग अपनी क्षमता दिखाने के लिए तैयार हैं। फिल्में जादुई होनी चाहिए। हमें संयोग से मिलने वाले फिल्मकारों की नहीं बल्कि स्वतः निर्मित किए फिल्मकारों की आवश्यकता है, और इसके लिए हमें अपनी युवा प्रतिभा को उचित मौका देने की जरूरत है। हमने पिछले साल सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग जी के साथ इफ्फी में इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी। मेरा इस प्रतिष्ठित ज्यूरी के सदस्यों को तहेदिल से धन्यवाद है जिन्होंने बड़ी मेहनत से इन युवा प्रतिभाओं को चुना है।”
“ये पहल युवा कलाकारों को दुनिया में एक छोर से भी आगे तक देखने के लिए प्रेरित करती है”: रेसुल पोकुट्टी
जाने-माने साउंड डिज़ाइनर और ग्रैंड ज्यूरी के सदस्य रेसुल पोकुट्टी का मानना है कि ’75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमारो’ में युवा कलाकारों को दुनिया में एक छोर से भी आगे तक देखने और सिनेमा के माध्यम से अपनी महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करने की शक्ति है। उन्होंने कहा, “क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो कार्यक्रम युवा दिमागों को दुनिया के एक छोर से भी आगे देखने और सिनेमा के माध्यम से अपनी महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक अद्भुत तरीका है। समाज में अच्छे बदलाव लाने और एक बेहतर समाज को स्थापित करने के लिए खुद की कहानियों को व्यक्त करने का ये एक बेहतर मंच है। सबसे महत्वपूर्ण ये कि इसमें भारत में सबसे प्रसिद्ध फिल्म समारोहों में से एक, इफ्फी 2022 में भाग लेने का मौका है।”
‘भविष्य के 75 प्रतिभाशाली’ भारत को एक ग्लोबल कंटेंट और पोस्ट-प्रोडक्शन हब बनाने की दिशा में एक कदम है। ये पहल भारतीय फिल्म उद्योग की प्रतिष्ठित हस्तियों के संरक्षण में युवा प्रतिभाशाली को पहचानती है, उन्हें तैयार करती है और निखारती है। ये पहल उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में अपने संपर्क विकसित करने, उनसे जुड़ने, सहयोग करने और सह-निर्माण करने के लिए सशक्त बनाकर युवा फिल्मकारों के एक सशक्त इकोसिस्टम व समुदाय को पोषित और विकसित करने का इरादा करती है।
क्या आप इन क्रिएटिव माइंड्स से संपर्क करना चाहते हैं?
अगर आप इस संस्करण के किसी भी विजेता से संपर्क करना चाहते हैं तो हमें iffi-pib[at]nic[dot]in पर लिखें।
इस प्रतियोगिता के पहले संस्करण और पिछले संस्करण के विजेताओं की घोषणा के बारे में जानने के लिए यहां देखें: https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1773530
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