पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय अपने दैनिक कामकाज में विशेष अभियान 2.0 के तहत स्वच्छता और लंबित मामलो को संस्थागत बनाने पर जोर दे रहा है

अधिक पारदर्शिता के साथ लंबित मामलो का समाधान करने और दक्षता में सुधार पर ध्यान केंद्रित

भारत सरकार के ‘लंबित मामलों के निपटान के लिए विशेष अभियान’ के तहत पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय ने कई पहल शुरू की हैं। जलमार्ग मंत्रालय ने लंबित मामलो का समाधान करने और स्वच्छता में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित किया है जिसके परिणामस्वरूप बेहतर रिकॉर्ड प्रबंधन, कार्य क्षमता में सुधार, पारदर्शिता में वृद्धि और एक स्थायी भविष्य की दिशा में बढ़ने में योगदान मिला है। सरकारी फाइलों के रख-रखाव और पुरानी फाइलों से छुटकारा पाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। दूसरे शब्दों में, विशेष अभियान 2.0 के तहत सरकारी कार्यालयों की रिकॉर्ड प्रबंधन गतिविधियों में सुधार किया जा रहा है और कार्यालय प्रक्रिया की संशोधित नियमावली के तहत ई-फाइल रिकॉर्ड प्रबंधन पर भी विशेष जोर दिया गया है।

ImageImage

विशेष अभियान 2.0 स्वच्छता को संस्थागत बनाने और लंबित मामलो के समाधान का प्रयास न केवल एक बार अपनाने के लिए है बल्कि इन्हें दिन-प्रतिदिन के कामकाज में आदत के रूप में आत्मसात करने पर भी जोर है। इस चरण में, देश में सबसे अधिक जन संपर्क वाली दूरस्थ साइटों और कार्यालयों को शामिल करने के लिए कैंपेन साइटों की संख्या की पहचान की गई है।

जैसा कि इस अभियान के दिशानिर्देशों में निर्धारित है, मंत्रालयों/विभागों और उनके संबद्ध/अधीनस्थ कार्यालयों के अलावा फील्ड/बाहरी कार्यालयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के सभी प्रमुख बंदरगाह और अधीनस्थ/संबद्ध कार्यालय अपने कार्यालयों और उनके कार्यालय परिसरों में लंबित मामलो का समाधान करने और सफाई में सुधार के लिए विभिन्न प्रयास कर रहे हैं।

इस दौरान चल रही गतिविधियों के तहत पारादीप पोर्ट ने अब तक 900 टन कबाड़ का निपटान किया है जिससे 4.3 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। उन्होंने पुराने फर्नीचर की मरम्मत कर स्कूलों में दान कर दिया है। साथ ही, पत्तन परिसर में पुराने भवनों को गिराकर आधा एकड़ भूमि प्राप्त की है जिसका उपयोग भविष्य के प्रयोजनों के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने अस्पताल में एक आपातकालीन वार्ड भी स्थापित किया है जिसका उद्घाटन 31 अक्टूबर, 2022 को किया जाएगा। आज की जरूरत को ध्यान में रखते हुए उन्होंने एक आयुर्वेद चिकित्सक भी नियुक्त किया है।

पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय और इसके विभिन्न संगठनों द्वारा स्वच्छता अभियान 2.0 के तहत इस विशेष स्वच्छता अभियान की मूल भावना के अनुरूप की गई गतिविधियां का उद्देश्य मुख्य रूप से दक्षता, व्यापार करने में आसानी और बेहतरी प्राप्त करना और  कार्यस्थल में अव्यवस्थता को कम करने के साथ साथ पुराने नियमों- कानूनों  से छुटकारा पाकर तेजी से निर्णय लेना है। भारत और समुद्री क्षेत्र को अमृत काल में प्रगति के पथ पर तैयार और लॉन्च करने के लिए ये आवश्यक कदम हैं जिससे नागरिकों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी।

Comments are closed.