प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 17 अक्टूबर को शाम 4 बजे गुजरात में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएमजेएवाई-एमए योजना आयुष्मान कार्ड के वितरण की शुरुआत करेंगे।
गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में, प्रधानमंत्री ने गरीब नागरिकों को बीमारी और चिकित्सा उपचार के अत्यधिक खर्च से बचाने के लिए 2012 में “मुख्यमंत्री अमृतम (एमए)” योजना शुरू की थी। वर्ष 2014 में, ”एमए” योजना का विस्तार उन परिवारों को कवर करने के लिए किया गया, जिनकी वार्षिक आय सीमा 4 लाख रुपये तक थी। बाद में, इस योजना का कई अन्य समूहों के लिए भी विस्तार किया गया। इस योजना को मुख्यमंत्री अमृतम वात्सल्य (एमएवी) योजना के रूप में नया नाम दिया गया।
योजना की सफलता के अनुभव से आकर्षित होकर, प्रधानमंत्री ने 2018 में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) की शुरुआत की- जो दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है और प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का कवरेज प्रदान करती है। इस योजना के तहत परिवार के सदस्यों की संख्या और उम्र की किसी सीमा के बिना प्राथमिक, द्वितीय और तृतीय स्तर के देखभाल हेतु अस्पताल में भर्ती के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। एबी-पीएमजेएवाई के शुभारंभ के साथ, गुजरात ने 2019 में एबी-पीएमजेएवाई योजना में एमए/एमएवी योजना का विलय कर दिया और इसे पीएमजेएवाई-एमए का नया नाम दिया। एमए/एमएवी और एबी-पीएमजेएवाई के लाभार्थी एकीकृत पीएमजेएवाई-एमए कार्ड के पात्र हो गए।
कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री इन कार्डों के वितरण की शुरुआत करेंगे। लाभार्थियों के ई-केवाईसी को पूरा करने के बाद, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के पैनल में मौजूद एजेंसियों द्वारा गुजरात भर में सभी लाभार्थियों को 50 लाख रंगीन आयुष्मान कार्ड उनके घरों पर वितरित किए जाएंगे।
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