भारतीय नौसेना एवं आईआईएम नागपुर का सूक्ष्म प्रबंधन कार्यक्षेत्र में संयुक्त सहयोगात्मक प्रयास

भारतीय नौसेना और आईआईएम नागपुर ने व्यवसाय प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन, ब्लॉक चेन, परियोजना प्रबंधन, सामरिक प्रबंधन, डिजिटल मार्केटिंग, आपूर्ति श्रृंखला, रसद प्रबंधन और अनुसंधान के उभरते क्षेत्रों में सशस्त्र बलों के कर्मियों, विशेष रूप से भारतीय नौसेना कर्मियों को प्रशिक्षित करने, कौशल उन्नयन तथा पुन: कौशल प्राप्त करने के अवसरों का पता लगाने के लिए दिनांक 13 अक्टूबर 2022 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

यह उद्योग की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सेवारत कर्मियों और सेवानिवृत्त अधिकारियों को पुनः कौशल प्रदान कर उनके कैरियर में वृद्धि/प्रगति की सुविधा प्रदान करेगा। भारतीय नौसेना की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नौसेना मुख्यालय की एक टीम जल्द ही कस्टम डिजाइन कार्यकारी शिक्षा कार्यक्रमों के लिए एलएलएम नागपुर का दौरा करेगी। यह समझौता ज्ञापन भारतीय नौसेना और आईआईएम नागपुर कर्मियों द्वारा संबंधित संगठनों के आपसी दौरे की सुविधा भी प्रदान करेगा।

इस अवसर पर आईआईएम नागपुर के निदेशक डॉ. भीमराया अंबन्ना मेत्री ने कहा कि आईआईएम नागपुर संयुक्त रूप से भारतीय नौसेना के साथ मिलकर पूर्णकालिक आईआईएम कार्यक्रम और रिसर्च स्कॉलर्स की फैकल्टी और प्रतिभागियों को शामिल करते हुए पारस्परिक हित के क्षेत्रों में ऑन-कैंपस/ऑफ-कैंपस कार्यक्रम/कार्यशाला का एक समूह डिजाइन करने के लिए सहयोग करेगा ताकि भारतीय नौसेना को आत्मनिर्भर बनने के अपने सपने को साकार करने में सहायता करने के लिए अभिनव समाधान खोजे जा सकें।

इस अवसर पर भारतीय नौसेना के कार्मिक प्रमुख वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय नौसेना और सशस्त्र बल निकट भविष्य में संयुक्त सहयोगात्मक प्रयासों के अंतिम परिणामों को देखने के लिए उत्सुक हैं और उन अवसरों को देखने के इच्छुक हैं जो यह समझौता ज्ञापन सामान्य रूप से सशस्त्र बलों के कर्मियों और विशेष रूप से भारतीय नौसेना कर्मियों के लिए सामने लाएगा। उन्होंने कहा कि इस समझौता ज्ञापन को अंतिम रूप देने के साथ, भारतीय नौसेना के कर्मी अकादमिक जगत के चरम के साथ अपना जुड़ाव बनाए रखेंगे ताकि भारतीय नौसेना को नागरिक संसार में नवीनतम घटनाओं से अच्छी तरह अवगत रखा जा सके।

Comments are closed.