क्या आप जानते हैं कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ के हालिया एपिसोड में एक एमआईएफएफ फिल्म के बारे में बात की थी? जी हां, और यह फिल्म कल 17वें मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिखाई जा रही है।
प्रधानमंत्री ने हाल में अपनी जापान यात्रा के बारे में बात की, जहां उन्होंने अत्सुशी मात्सुओ और केंजी योशी, जो भारत और जापान द्वारा सह-निर्मित तथा 1993 में रिलीज़ हुई पहली एनीमेशन फिल्म ‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ के निर्माण की प्रक्रिया में शामिल थे, से मुलाकात की थी। यह फिल्म अपने पहले प्रदर्शन के 30 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रही है।
फिल्म डिवीजन कॉम्प्लेक्स, मुंबई में इस एनीमेशन फिल्म के प्रदर्शन में प्रवेश निःशुल्क है और सभी के लिए खुला है (भले ही आपने या आपके बच्चे ने https://miff.in/ पर एमआईएफएफ प्रतिनिधि के रूप में पंजीकृत नहीं किया है, लेकिन आप इस शो में भाग ले सकते हैं)। यह पहली बार है जब 18 साल से कम उम्र के बच्चों को एमआईएफएफ का हिस्सा बनाया गया है।
‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ 31 मई, 2022 को फिल्म डिवीजन कॉम्प्लेक्स के जेबी हॉल में दोपहर 3.45 बजे दिखाई जाएगी। बच्चों को भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय में घूमने और फिल्म प्रभाग स्थल पर सिनेमा के विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने का मौका भी मिल सकता है।
सुनिए प्रधानमंत्री ने इस फिल्म के बारे में क्या कहा
प्रधानमंत्री ने कहा, “यह परियोजना जापान के बेहद प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक युगो साको जी से जुड़ी हुई थी। करीब 40 वर्ष पहले, 1983 में, उन्हें पहली बार रामायण के बारे में पता चला था।” उन्होंने बताया कि निर्देशक यूगो साको को ‘रामायण’ ने इतना प्रभावित किया कि उन्होंने इस महाकाव्य के बारे में गहराई से शोध करना शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, “उन्होंने जापानी भाषा में रामायण के 10 संस्करणों को पढ़ा और वे सिर्फ इतने से ही संतुष्ट नहीं हुए बल्कि इसे एनिमेशन के माध्यम से दिखाना भी चाहते थे।”
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कैसे भारतीय एनिमेटरों ने उनकी मदद की और एनीमेशन फिल्म में दिखाए गए भारतीय रीति-रिवाजों एवं परंपराओं के बारे में उनका मार्गदर्शन किया। प्रधानमंत्री ने कहा, “उन्हें बताया गया कि भारत में लोग कैसे धोती, साड़ी पहनते हैं, कैसे वे अपने बालों को संवारते हैं, कैसे बच्चे परिवार के भीतर एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, घर के बड़ों को प्रणाम करते हैं, उनका आशीर्वाद मांगते हैं – ये सारी बातें!”
प्रधानमंत्री ने संस्कृति एवं भाषा में अंतर के बावजूद हमारी भारतीय संस्कृति के साथ जुड़ने तथा सम्मान के साथ उसकी सराहना करने के लिए जापान के लोगों के प्रति अपना प्यार व्यक्त किया और उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “हमसे हजारों किलोमीटर दूर रहने वाले जापान के लोग, जो हमारी भाषा नहीं जानते, जिन्हें हमारी परंपराओं के बारे में ज्यादा नहीं पता, फिर भी हमारी संस्कृति के प्रति उनका यह समर्पण, उनकी यह श्रद्धा, यह सम्मान, बेहद ही सराहनीय है –ऐसा कौन भारतीय होगा, जो इसपर गर्व नहीं करेगा!”
इस फिल्म के बारे में
‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ का निर्देशन महान भारतीय एनिमेटर राम मोहन और जापानी निर्देशक योगो साको और कोइची सास्की ने किया है।
वाल्मीकि की रामायण पर आधारित, ‘रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम’ एनीमेशन की ‘फ्यूजन’ शैली में बनी है। इसमें एनीमेशन के तीन अलग-अलग शैलियां – जापान की मंगा, संयुक्त राज्य अमेरिका की डिज्नी और भारत की रवि वर्मा – शामिल हैं।
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