‘हील इन इंडिया’, केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने भारत को चिकित्सा का एक वैश्विक केंद्र बनाने का आह्वान किया
केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने आज ‘वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन 2022’ के समापन सत्र में भाग लिया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान 90 से भी अधिक प्रसिद्ध वक्ताओं ने विभिन्न कार्यशालाओं के जरिए समस्त मौजूद लोगों को प्रबुद्ध किया है। इसके साथ ही श्री ठाकुर ने इस शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए आयुष मंत्री और मंत्रालय के अधिकारियों को बधाई दी।
आयुष में निवेश और नवाचार की अपार संभावनाओं का उल्लेख करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि वर्ष 2014 में जो 3 अरब डॉलर का व्यापार था वह छह गुना से भी अधिक बढ़कर आज 18 अरब डॉलर से भी ज्यादा के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। यह इस क्षेत्र में मौजूद अपार विकास क्षमता का स्पष्ट संकेत है। 75% की अभूतपूर्व वार्षिक वृद्धि दर की बदौलत यह एक आकर्षक क्षेत्र बन गया है। मंत्री महोदय ने आशा व्यक्त की कि देश में जल्द ही इस क्षेत्र में कई स्टार्टअप और कंपनियां व्यापक निवेश करेंगी।
मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि भारत ने कोविड महामारी के दौरान काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और कोविड काल के बाद भारत भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और आयुष इस तेज विकास में एक अग्रणी क्षेत्र बनने की आकांक्षा कर सकता है। श्री ठाकुर ने कहा कि इसके लिए हमारे यहां अवश्य ही उचित स्टार्टअप परिवेश होना चाहिए और इसके लिए हमारे यहां इस क्षेत्र में नवाचार, इन्क्यूबेशन एवं कई और सटीक पहलों के लिए सही माहौल होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया अब भी कोविड महामारी से जूझ रही है, पिछले दो वर्षों में 47 भारतीय स्टार्टअप सफलतापूर्वक यूनिकॉर्न बन गए हैं।
प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमें अपने उत्पादों की बेहतर पैकेजिंग करने की आवश्यकता है और इसके साथ ही आक्रामक विपणन एवं ब्रांडिंग भी की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आयुष जल्द ही एक ई-मार्केटप्लेस लॉन्च करने जा रहा है और ‘जेम’ पोर्टल की तरह ही यह ई-मार्केटप्लेस भी भविष्य में करोड़ों रुपये का लेन-देन करने वाला है।
आयुष क्षेत्र को मजबूत करने का आह्वान करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि आयुर्वेद, होम्योपैथी और योग भारत की सॉफ्ट पावर के अहम घटक या अवयव हैं और ‘विश्वगुरु’ बनने के लिए भारत को अपनी विशिष्ट अपार क्षमता से पूरी दुनिया को अवगत कराना चाहिए और ऐसा करने के लिए हमें आयुष क्षेत्र को अवश्य ही काफी बढ़ावा देना चाहिए।
मंत्री महोदय ने भारत में पारंपरिक चिकित्सा के लिए प्रथम डब्ल्यूएचओ वैश्विक केंद्र की मेजबानी के प्रयास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को श्रेय दिया और कहा कि अब भारतीय उत्पादों को दुनिया में ले जाना हमारी जिम्मेदारी है।
मंत्री महोदय ने आह्वान किया कि तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन से पूरी दुनिया को ‘हील इन इंडिया’ का संदेश दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को चिकित्सा या उपचार का केंद्र बनाने की योजना बनाने, उसे क्रियान्वित करने और उसका विपणन करने के लिए सरकार के मंत्रालयों को आपस में मिलकर काम करना चाहिए।
तीन दिवसीय वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन 20 अप्रैल, 2022 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में किया था। इस तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान 5 पूर्ण सत्र, 8 गोलमेज सम्मेलन, 6 कार्यशालाएं और 2 संगोष्ठी आयोजित की गईं और इस दौरान लगभग 90 प्रख्यात वक्ताओं एवं 100 प्रदर्शकों की मौजूदगी रही। इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य अपार निवेश क्षमता को सामने लाने में मदद करना, और नवाचार, अनुसंधान एवं विकास, स्टार्ट-अप परिवेश व वेलनेस उद्योग को बढ़ावा देना और इस उद्योग की हस्तियों, शिक्षाविदों एवं विद्वानों को एक साथ लाना और भविष्य में सहयोग के लिए एक प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करना रहा है।
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