भारतीय विद्युत उपकरणों की अंतर्राष्ट्रीय स्वीकृति को व्यापक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये गए
भारतीय विद्युत उपकरणों की अंतर्राष्ट्रीय स्वीकृति को व्यापक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये गए। केंद्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान को आईएसओ/आईईसी 17065 मान्यता मिली। भारतीय विद्युत उद्योग के लिए ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को महत्वपूर्ण प्रोत्साहन मिलेगा।
भारत में बने हुए विद्युत उपकरणों के निर्यात का क्षेत्र अब विस्तार को तैयार है, क्योंकि इसके लिए एक महत्वपूर्ण बाधा को दूर किया गया है। केंद्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई) केंद्रीय विद्युत मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्था है, जिसे आईएसओ/आईईसी 17065 के अनुसार विद्युत उपकरणों के प्रमाणीकरण के लिए राष्ट्रीय प्रमाणन बोर्ड (एनएबीसीबी) से प्रतिष्ठित मान्यता प्रदान की गई है। इस उपलब्धि का अर्थ है कि जिन निर्माताओं ने सीपीआरआई से परीक्षण प्रमाण पत्र प्राप्त किया है, वे देश के बाहर किसी अन्य निकाय द्वारा पुन: परीक्षण या प्रमाणीकरण की आवश्यकता के बिना ही अपने उत्पादों का निर्यात करने में सक्षम हो जायेंगे। यह प्रकिया भारत में पहले से ही मजबूत स्वदेशी विकास और विद्युत उत्पादों के निर्माण को एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन देगी और इस तरह ‘आत्मनिर्भर भारत’ को मजबूती भी मिलेगी।
भारत में निर्मित विद्युत उत्पादों का निर्यात कई देशों में किया जाता है। निर्यातकों ने विद्युत मंत्रालय के समक्ष एक मुद्दा रखा था, जिसके निवारण से इस उद्योग की प्रतिस्पर्धात्मकता में और वृद्धि होगी, यह मुद्दा कुछ देशों के आईएसओ/आईईसी 17065 प्रमाणन की कमी के कारण सीपीआरआई द्वारा जारी परीक्षण रिपोर्ट को स्वीकार नहीं करने के संबंध में था। इसके बाद, विद्युत मंत्रालय ने सीपीआरआई को यह अधिकारिक मान्यता तत्काल प्राप्त करने का निर्देश दिया था। सीपीआरआई ने ट्रांसफॉर्मर व रिएक्टर, केबल तथा केबल एक्सेसरीज, कैपेसिटर, स्विचगियर एवं कंट्रोल गियर, ट्रांसमिशन लाइन एक्सेसरीज और एनर्जी मीटर को कवर करने वाली अपनी टेस्ट रिपोर्ट के लिए प्रमाणन प्राप्त किया है।सीपीआरआई के पास अब यह मान्यता होने की वजह से भारतीय निर्यातकों को अपने उत्पादों को परीक्षण के लिए विदेश भेजने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे भारत से बिजली के उपकरणों के अधिक विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
आईएसओ/आईईसी 17065 प्रमाणन वैश्विक स्तर पर बाजार और नियामकों को प्रदर्शित करता है कि एजेंसियों ने एक सक्षम, सुसंगत तथा निष्पक्ष तरीके से प्रमाणन योजनाओं के संचालन के लिए सभी आवश्यकताओं को पूरा किया है। आईएसओ/आईईसी 17065 का उद्देश्य अनुरूपता मूल्यांकन या उत्पादों, प्रक्रियाओं और/अथवा सेवाओं के प्रमाणन के लिए निर्धारित है। सीपीआरआई परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा जारी परीक्षण रिपोर्ट को सीपीआरआई के भीतर एक स्वतंत्र प्रमाणन प्रभाग द्वारा प्रमाणित किया जाएगा जो आगे परीक्षण प्रमाणपत्र जारी करेगा।
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