रॉयल नेवी ऑफ ओमान के कमांडर (सीआरएनओ) रियर एडमिरल सैफ बिन नासिर बिन मोहसिन अल राहबी भारत की सद्भावना यात्रा पर हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय नौसेना के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और भारत के साथ रक्षा सहयोग की नई संभावनाओं को तलाशना है।
सीआरएनओ ने आज राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर अपनी इस यात्रा की शुरुआत की। नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार ने साउथ ब्लॉक के भव्य लॉन में उनका स्वागत किया और सीआरएनओ को 50 सैनिकों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। दोनों नौसेना प्रमुखों ने नौसेनाओं के बीच सहयोग को और आगे बढ़ाने की संभावना तलाशने के लिए चर्चा की।
सीआरएनओ मुंबई में भारतीय नौसेना की पश्चिमी नौसेना कमान का भी दौरा करेंगे, जहां वे पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के साथ वार्ता करेंगे। इसके अलावा सीआरएनओ मुंबई स्थित नौसेना के डॉकयार्ड में आईएन पोतों का दौरा भी करेंगे।
मौजूदा सीआरएनओ की पहली भारत यात्रा, भारतीय नौसेना और ओमान की रॉयल नेवी के बीच बढ़ते सहयोग को दिखाता है। इसमें परिचालन संबंधी बातचीत, प्रशिक्षण और विषय के विशेषज्ञों का आदान-प्रदान शामिल हैं। दोनों नौसेनाएं 1993 से दो साल में एक बार होने वाले समुद्री अभ्यास ‘नसीम अल बहर‘ में हिस्सा ले रही हैं। यह अभ्यास आखिरी बार 2020 में गोवा में आयोजित किया गया था और इसका अगला संस्करण इस साल के अंत में निर्धारित किया गया है। वहीं, इससे पहले आईएनएस सुदर्शिनी ने दिसंबर, 2021 में मस्कट का दौरा किया था और प्रशिक्षुओं को समुद्री अनुभव देने के लिए आरएनओ (रॉयल नेवी ऑफ ओमान) की समुद्री यात्रा में शामिल हुआ था।
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