ड्राफ्ट अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (निधि प्रबंधन) विनियम, 2022 पर सार्वजनिक टिप्पणी के लिए आमंत्रण

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफसीए) ने कारोबार में आसानी पर विशेष ध्यान देने के साथ वैश्विक सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों के आधार पर निवेश कोष के लिए एक व्यापक और सुसंगत नियामक ढांचा तैयार करने के प्रयास के तहत, आईएफसीएमें निधि उद्योग के लिए प्रारूप पर आईएफसीए को सिफारिश करने हेतु निवेश निधि पर एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। इस समिति का गठन कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य श्री नीलेश शाह की अध्यक्षता में किया गया था। समिति में प्रौद्योगिकी, वितरण, कानूनी, अनुपालन और संचालन जैसे क्षेत्रों सहित निधि प्रबंधन परितंत्र के प्रमुख शामिल हैं।

समिति ने इसके लिए आईएफएससी में निधि उद्योग से संबंधित विभिन्न मुद्दों के मूल्यांकन के लिए तीन कार्य समूहों का गठन किया था। विभिन्न बैठकों में कार्य समूहों ने भारत और विदेशों के विभिन्न बाजार सहभागियों के साथ वार्तालाप किया, सर्वोत्तम वैश्विक कार्य प्रणालियों की समीक्षा की और विस्तृत सिफारिशें कीं। कार्यकारी समूहों की सिफारिशों के मूल्यांकन के पश्चात, विशेषज्ञ समिति ने 31 जनवरी, 2022 को आईएफएससीएके अध्यक्षको अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की और वह निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है:

https://ifsca.gov.in/CommitteeReport

समिति की रिपोर्ट के मूल्यांकन के पश्चात, आईएफएससीए ने आईएफएससीए (निधि प्रबंधन) विनियम, 2022 जारी करने का प्रस्ताव दिया है और इस पर जनता से उनकी टिप्पणियां आमंत्रित की हैं। प्रस्तावित विनियमों की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:

विभिन्न गतिविधियों के लिए एकल पंजीकरण:निधि प्रबंधन से संबंधित गतिविधियों की मेजबानी की मंशा रखने वाला एक निधि प्रबंधक जो निधि प्रबंधन से खुदरा योजनाओं (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड सहित)गैर-खुदरा योजनाओं (वैकल्पिक निवेश फंड) का प्रबंधन करता हैपोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाएं लेता अथवा विभिन्न निवेश ट्रस्टों (आरईआईटी और इनविट) के प्रबंधक के रूप में कार्य करता है, आईएफएससीए से एकल एकीकृत पंजीकरण की इच्छा प्रकट करते हुए ऐसा कर सकते हैं। केवल गैर-खुदरा निवेशकों के लिए निधि या गतिविधियों का प्रबंधन करने की मंशा रखने वाले निधि प्रबंधक की पात्रता आवश्यकताएं न्यून होंगी। इसके अलावा, स्टार्ट-अप, उभरती या शुरुआती चरण की कंपनियों की गैर-सूचीबद्ध प्रतिभूतियों में निवेश करने की मंशा रखने वाले को एक निधि प्रबंधक को सुविधाओं के साथ एक विशेष पंजीकरण दिया जाएगा, जो आईएफएससी में मुख्य रूप से एक उद्यम पूंजी योजना के माध्यम से नए उत्पादों, नई सेवाओं और प्रौद्योगिकी में शामिल है।

निधि प्रबंधकों, खुदरा योजनाओं, गैर-खुदरा योजनाओं, उद्यम पूंजी योजनाओं, पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं और निवेश ट्रस्टों के लिए विस्तृत पात्रता और नियामक आवश्यकताएं निर्धारित की गई हैं। अनुभव, बुनियादी ढांचे की आवश्यकताओं, आईएफएससी से निवेश प्रबंधन जैसी प्रमुख गतिविधियों आदि के साथ न्यूनतम प्रमुख प्रबंधन कर्मियों (केएमपी) के संदर्भ में वस्तुगत आवश्यकताएं भी मसौदा नियमों में निर्धारित की गई हैं।

ग्रीन चैनल: मान्यता प्राप्त निवेशकों से धन की मांग करने वाली उद्यम पूंजी योजनाएं या गैर-खुदरा योजनाएं केवल एक ग्रीन चैनल के माध्यम से वैध होंगी अर्थात दायर की गई योजनाएं आईएफएससीए के साथ दाखिल करने के तुरंत बाद निवेशकों द्वारा सदस्यता के लिए खुल सकती हैं। योजना के आकार, निवेशकों की संख्या, अनुमेय निवेश आदि की आवश्यकताओं को मसौदा विनियमों में विस्तृत रूप से दिया गया है।

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ): यह ग़ौर करते हुए कि ईटीएफ कम लागत पर विशिष्ट बाजारों या परिसंपत्ति वर्गों के लिए जोखिम हासिल करने का एक साधन प्रदान करते हैं, आईएफएससी में पंजीकृत निधि प्रबंधक न केवल इंडेक्स आधारित ईटीएफ बल्कि सक्रिय ईटीएफ और वस्तु आधारित ईटीएफ की भी शुरआत करने में सक्षम होंगे। स्वर्ण और रजत ईटीएफ के निधि प्रबंधक भी बुलियन डिपॉजिटरी रसीदों में सीधे अंतर्निहित बुलियन के साथ निवेश करने में सक्षम होंगे, जिससे प्रत्यक्ष बुलियन में निवेश करने और गुणवत्ता या भंडारण से जुड़ी चिंता की आवश्यकता दूर हो जाएगी। आईएफएससीए और संबंधित स्टॉक एक्सचेंजों के पूर्व अनुमोदन के साथ ईटीएफ के लिए नवीन संरचनाओं पर विचार किया जाएगा। ईटीएफ में पर्याप्त तरलता सुनिश्चित करने के लिए, आईएफएससी में स्टॉक एक्सचेंज बाजार निर्माताओं के लिए एक प्रारूप निर्धारित करेंगे।

दबावग्रस्त परिसम्पत्तियां: बैंकों द्वारा सामना किए जा रहे एनपीए के मुद्दे के समाधान की दिशा में सरकार की पहल में आईएफएससी की महत्वपूर्ण भूमिका को समझते हुए, आईएफएससी में निधि प्रबंधकों द्वारा शुरू की जाने वाली विशेष स्थिति निधि के लिए एक रूपरेखा निर्धारित की गई है।

पर्यावरण सामाजिक शासन (ईएसजी): निवेशकों की बढ़ती संख्या से आशा है कि निधि प्रबंधकईएसजी मुद्दों को अपनी निवेश रणनीतियों का अभिन्न अंग बनाने में सक्षम बनेंगे। आईएफएससी को स्थायी वित्त से संबंधित गतिविधियों की मेजबानी के लिए एक केंद्र बनाने की मंशा से, प्रकटीकरण इकाई स्तर और योजना स्तर पर भी अनिवार्य करने का प्रस्ताव किया गया है।

पारिवारिक कार्यालय: वैश्विक स्तर पर, एचएनआई और अल्ट्रा एचएनआई और उनके परिवारों की संपत्ति के प्रबंधन और संरक्षण के लिए एक औपचारिक संरचना की आवश्यकता बढ़ रही है। इसने भारत में पारिवारिक कार्यालयों के लिए एक व्यवस्था की अवधारणा की आवश्यकता को प्रशस्त किया है। तदनुसार, एक परिवार कार्यालय के स्व-प्रबंधित निवेश कोष की सुविधा के लिए एक रूपरेखा का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा, एक निधि प्रबंधक को बहु-परिवार कार्यालय के लिए पोर्टफोलियो प्रबंधन करने की भी अनुमति दी गई है।

नियंत्रित तरीके से विभिन्न नवाचारों का समर्थन करने के लिए, मसौदा नियमों में निम्नलिखित को भी शामिल किया गया है:

 

  1. निधि लैबः महत्वाकांक्षी निधि प्रबंधकों को नियंत्रित तरीके से नई रणनीतियां का प्रयोग करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराया जाएगा।
  2. सह-निवेश संरचना के रूप में विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी): अंतरराष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र के समान, निधि प्रबंधकों को कुछ शर्तों के अधीन कोष/योजना के साथ सह-निवेश या लेवरेज को सक्षम करने के लिए मुख्य योजना के तहत एसपीवी बनाने की अनुमति होगी।
  3. निजी बाजारों में खुदरा भागीदारी: निजी बाजारों में बड़े पैमाने पर निवेश करने वाले निवेशकों को सुविधा प्रदान करने की आवश्यकता बढ़ रही है। तदनुसार, कुछ शर्तों के अधीन असूचीबद्ध प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए खुदरा क्लोज एंडेड योजनाओं को सुविधाजनक बनाने का प्रस्ताव है।

उपरोक्त के अलावा, मसौदा विनियम विभिन्न संस्थाओं की भूमिका का विवरण देते हैं, आचार संहिता, विज्ञापन कोड, निवेश मूल्यांकन मानदंड और महत्वपूर्ण शासन आवश्यकताओं को निर्धारित करते हैं। मसौदा नियमों के साथ परामर्श पत्रआईएफएससीए की वेबसाइट https://ifsca.gov.in/PublicConsultation पर उपलब्ध हैं। 28 फरवरी, 2022 को या उससे पहले मसौदा विनियमों पर आम जनता और हितधारकों से टिप्पणियां/सुझाव आमंत्रित किए जाते हैं।

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