विद्युत एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री ने ‘विद्युत संयंत्र अनुकूलन – ग्रिड स्थिरता की कुंजी’ विषय पर वेबिनार का उद्घाटन किया
बिजली उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में विद्युत संयंत्र का अनुकूलन और उद्योग 4.0 का कार्यान्वयन महत्वपूर्ण है: श्री कृष्ण पाल गुर्जर
आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में विद्युत एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने आज भेल के इलेक्ट्रॉनिक्स डिवीजन, बेंगलुरु में आयोजित ‘विद्युत संयंत्र अनुकूलन – ग्रिड स्थिरता की कुंजी‘ और ‘उद्योग 4.0 – स्मार्ट समाधान सहित सफलता‘ विषय पर एक वेबिनार का उद्घाटन किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन के दौरान वेबिनार में भेल के ग्राहक संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों, उद्योग संघों तथा प्रौद्योगिकी साझेदारों ने भाग लिया। वेबिनार में 800 से अधिक प्रतिभागियों ने लॉग–इन किया, जबकि कई अन्य लोगों ने वेबकास्ट मोड के माध्यम से इसमें हिस्सा लिया।
इस अवसर पर विद्युत एवं भारी उद्योग मंत्री ने कहा कि भेल उत्पादों तथा सेवाओं सहित बिजली एवं औद्योगिक क्षेत्रों में बेहतर इंजीनियरिंग सिस्टम प्रदान करके देश की प्रगति के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली उत्पादन बढ़ाने के साथ–साथ कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में बिजली संयंत्र का अनुकूलन तथा उद्योग 4.0 का कार्यान्वयन महत्वपूर्ण है। श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि बीएचईएल ने ग्राहकों के लिए बिजली संयंत्र के अनुकूलन और उद्योग 4.0 के क्षेत्रों में समाधान पेश करना शुरू कर दिया है।
इससे पहले, बीएचईएल के सीएमडी डॉ. नलिन सिंघल ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि भेल ने देश की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए हैं और इस दिशा में किए गए कई विकास कार्यों के बारे में चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि बीएचईएल के इलेक्ट्रॉनिक्स डिवीजन, बेंगलुरु ने बिजली संयंत्रों और ट्रैक्शन के लिए नियंत्रण प्रणाली तथा आईटी–आधारित समाधान प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस अवसर पर पीओएसओसीओ के सीएमडी श्री के.वी.एस. बाबा, वाल्मेट ऑटोमेशन, फिनलैंड के अध्यक्ष श्री सामी रिक्कोला और सीआईए के मुख्य अभियंता श्री बी.सी मलिक और एनटीपीसी, वाल्मेट ऑटोमेशन, स्टीग, आईईएसए, आईआईटी–चेन्नई और भेल के अन्य गणमान्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
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