पटना: उड़ीसा के व्यवसायी मानस रंजन दास को बिहार के आरा से जिले ढूंढ़ निकाला गया है. उन्हें जिस हालत में पाया गया है उससे सवाल खड़ा हो गया है कि वो पुलिस दवाब में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटे हैं या फिर फिरौती की रकम देने के बाद. मिली जानकारी के मुताबिक मानस रंजन दास भोजपुर जिले के कोइलवर और टाउन थाना के बीच सपना सिनेमा मोड़ पर पुलिस कप्तान अवकाश कुमार की टीम को मिले हैं. जिस समय उन्हें बरामद किया गया, उस समय उनकी आंखों पर बदमाशों ने काला चश्मा लगा दिया था तथा उन्हें इनोवा गाड़ी में बैठा कर रखा था. भोजपुर के पुलिस कप्तान ने साफ-साफ तो कुछ नहीं बताया और दावा किया कि उन्हें किसी दूसरी घटना की सूचना मिली थी और जब टीम छापेमारी कर रही थी इसी दौरान मानस दास वहां पर मिले. इसके बाद उन्हें गिरिडीह पुलिस को सौंप दिया गया.
आपको बता दें कि हाजीपुर से ओडिशा जा रहे मानस रंजन दास का अपहरण झारखंड के गिरिडीह से किया गया था. वे पुरी के रहने वाले हैं और कुछ सालों से भुवनेश्वर में कारोबार करते हैं. उनका कारोबार हाजीपुर सहित बिहार के कई जिलों में चलता है. बीते 24 अगस्त को झारखंड के गिरिडीह के डुमरी में हेटटोला के पास से उनका अपहरण हो गया था.
मानस हाजीपुर प्लांट से अपनी ऑडी कार स्वयं चलाकर कोलकाता होते हुए भुवनेश्वर जा रहे थे. इसी बीच गिरिडीह में टाटा सूमो से ओवरटेक कर बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया था. उस समय बताया जा रहा था कि घरवालों से अपहर्ताओं ने फिरौती में पांच करोड़ की मोटी रकम मांगी है. इसके साथ ही इस बात की भी जानकारी मिली थी कि बदमाश उनका अपहरण कर बिहार ले आए हैं.
News Source: khabar.ndtv.com
Comments are closed.