पंचकूला। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गोद ली बेटी हनीप्रीत को पंचकूला से सटे पंजाब के शहर जीरकपुर से जिस समय गिरफ्तार किया तो वह पटियाला की ओर जाने की तैयारी में थी। वह जिस गाड़ी में पकड़ी गई वह पंजाब के एक पूर्व मंत्री के सुरक्षा काफिले में चलती थी। वह बठिंडा की एक डेरा प्रेमी महिला के साथ इनोवा कार में पटियाला की तरफ जा रही थी। हनीप्रीत के साथ सुखदीप कौर नामक इस महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया। वह हनीप्रीत पिछले कई दिनों से बठिंडा में सुखदीप कौर के घर में छिपी हुई थी। बताया जाता है कि हनीप्रीत से पुलिस ने तड़के तीन बजे तक पूछताछ की।
डेरा प्रेमी महिला के साथ पटियाला जाने की तैयारी में थी, आज कोर्अ में पेश करेगी पुलिस
अाइजी ममता सिंह सहित कई वरिष्ठ पुलिस अफसरों ने हनीप्रीत से पूछताछ की, लेकिन वह हर सवाल का नकारात्मक जवाब ही देती रही। हनीप्रीत को पुलिस आज अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी। उसे पंचकूला के चंडीगढ़ मंदिर थाने में रखा गया है।
हनीप्रीत पर पंचकूला में 25 अगस्त को दंगे भड़काने की साजिश रचने एवं देशद्रोह का केस दर्ज है। पुलिस के अनुसार, उसने भागने की भी कोशिश की, लेकिन असफल रही। सूत्रों का कहना है कि हनीप्रीत जिस कार में थी, वह पंजाब के एक पूर्व मंत्री के सिक्योरिटी काफिले में चलती है, हालांकि हरियाणा पुलिस ने इससे इन्कार किया है।
हनीप्रीत ने 2 अक्टूबर की कार में बैठे -बैठे एक चैनल को इंटरव्यू दिया। इंटरव्यू जब ऑन एयर हुआ तो पुलिस की एक्टिव हुई। पंचकूला के पुलिस कमिश्नर एएस चावला ने बताया कि मंगलवार दोपहर पुलिस को जानकारी मिली कि हनीप्रीत चंडीगढ़ से पटियाला की ओर जा रही है। इसके बाद एसीपी मुकेश मल्होत्रा टीम के साथ जीरकपुर पहुंच गए। पुलिस ने उनकी इनोवा कार का पीछा कर दोनों को गिरफ्त में ले लिया।
पुलिस के अनुसार हनीप्रीत सोमवार देर रात चंडीगढ़ पहुंची थी। यहां पर वह डेरे के एक पुराने अनुयायी के घर पर कुछ देर रुकी। इसके बाद उसने न्यूज चैनल को इंटरव्यू दिया। पुलिस को हनीप्रीत के बारे में देर रात जानकारी मिली तो चंडीगढ़ में सर्च के लिए टीमें रवाना कर दीं, लेकिन उससे पहले ही वह वहां से निकल चुकी थी। इसके बाद पुलिस टीमें लगातार सक्रिय रहीं और मंगलवार को जब हनीप्रीत पटियाला भाग रही थी तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पिछले कई दिनों से बठिंडा में रुकी हुई थी हनीप्रीत
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हनीप्रीत के साथ कार में सवार दूसरी महिला बठिंडा निवासी सुखदीप कौर थी। उसका पूरा परिवार डेरे का पुराना अनुयायी है। सुखदीप लगातार फोन के जरिए हनीप्रीत के संपर्क में थी। जब हनीप्रीत को राजस्थान मेेंं छापेमारी के बाद प्रदेश छोड़ना पड़ा तो सुखदीप ने हनीप्रीत को अपने घर में शरण दे दी थी। वही सभी जगह हनीप्रीत को अपने साथ लेकर जा रही थी।
हनीप्रीत रोहतक की सुनारिया जेल से फरार होने के बाद डेरा प्रमुख गुरमीत के पैतृक गांव गुरसर मोडिया पहुंच गई थी। वहां से 2 सितंबर को वह उदयपुर में प्रदीप गोयल के पास पहुंच गई। पंचकूला के पुलिस कमिश्नर एएस चावला के अनुसार हनीप्रीत ने २ सितंबर को गुरसर मोडिया से भागकर सुखदीप कौर से संपर्क किया। पिछले कई दिनों से वह बठिंडा में सुखदीप कौर के पास थी।
पंजाब के पूर्व विधायक के घर ठहरी थी हनीप्रीत!
मोहाली : यह भी चर्चा है कि पिछले एक सप्ताह से हनीप्रीत एक पूर्व विधायक व जीरकपुर में डेरा समर्थकों के संपर्क में थी। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में जमानत रद होने के बाद हनीप्रीत ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में समर्पण करने की तैयारी की थी।
दूसरी तरफ पंजाब के पूर्व विधायक व जीरकपुर निवासी हरबंस सिंह जलाल ने दैनिक जागरण से कहा कि उनका हनीप्रीत से कोई लेना-देना नहीं है। हां, सलाबतपुर डेरे में जो ईंटें लगी हैं, वह मेरे भट्ठे की हैं। जलाल 1972 में निर्दलीय और 1977 में अकाली दल के टिकट पर जीते थे। इस बारे में एसएसपी कुलदीप सिंह चहल का कहना था कि हनीप्रीत जीरकपुर में पूर्व विधायक के घर पर रह रही थी या नहीं, यह जांच की बात है। वैसे भी अब यह केस पंचकूला पुलिस देख रही है।
News Source: jagran.com
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