प्रधानमंत्री गति शक्ति मास्टर प्लान नॉर्थ ज़ोन कांफ्रेंस दिनांक 03.12.2021

माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, माननीय संचार मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी, माननीय केंद्रीय संचार राज्य मंत्री श्री देवु सिंह चौहान जी, माननीय औद्योगिक विकास मंत्री उ.प्र श्री सतीश महाना जी और राज्य मंत्री औद्योगिक विकास विभाग धर्मवीर प्रजापति की उपस्थिती में दूरसंचार विभाग, भारत सरकार और उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने संयुक्त रूप से आज लखनऊ में उत्तर क्षेत्र के लिए प्रधान मंत्री गति शक्ति पर नॉर्थ ज़ोन कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया।

इस सम्मलेन में सदस्य (सेवाएं), डिजिटल संचार आयोग, दूरसंचार विभाग- श्री अशोक कुमार मित्तल, मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश श्री राजेंद्र कुमार तिवारी, अपर मुख्य सचिव- औद्योगिक विकास श्री अरविन्द कुमार व डीजी BISAG-N श्री तेजपाल सिंह भी उपस्थित रहे ।

लखनऊ में यह सम्मेलन ऐसे छह क्षेत्रीय सम्मेलनों में से दूसरा था जो आयोजित किये जायेगे, पहला गुजरात के गांधीनगर में आयोजित किया गया था। ये क्षेत्रीय सम्मेलन राज्यों और उद्योग के अन्य हितधारकों को योजना के बारे में जागरूक करने के लिए हैं।

13 अक्टूबर, 2021 को माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा ऐतिहासिक पीएम गतिशक्ति – मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी पर राष्ट्रीय मास्टर प्लान लॉन्च किया गया था। पीएम गतिशक्ति एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो 16 मंत्रालयों को एक साथ लाता है और समग्र योजना और बुनियादी ढांचा कनेक्टिविटी परियोजनाओं के समन्वित कार्यान्वयन को संस्थागत रूप देता है। इसमें भारतमाला, सागरमाला और अंतर्देशीय जलमार्ग, बंदरगाह, उड़ान जैसी बुनियादी ढांचा योजनाएं शामिल होंगी। टेक्सटाइल क्लस्टर, फार्मा क्लस्टर, डिफेंस कॉरिडोर, इलेक्ट्रॉनिक पार्क, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, फिशिंग क्लस्टर, एग्री ज़ोन और अन्य आर्थिक हब को कनेक्टिविटी में सुधार और भारतीय व्यवसायों को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए पीएम गतिशक्ति के तहत कवर किया जाएगा। राष्ट्रीय मास्टर प्लान मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगा और लोगों, वस्तुओं और सेवाओं की आवाजाही के लिए परिवहन के एक साधन से दूसरे में एकीकृत और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह बुनियादी ढांचे की अंतिम-मील कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा, यात्रा के समय को कम करेगा, रसद लागत में कटौती करेगा, आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करेगा और स्थानीय वस्तुओं को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना देगा।

कार्यक्रम की शुरुआत माननीय अतिथिगणों के द्वारा दीपप्रज्वलन के साथ हुई ।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए माननीय मुख्यमंत्री श्री. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि – “इस साल के अक्टूबर माह में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को नयी ऊर्जा व गति देने के लिए इस मास्टरप्लान को लांच किया गया था । उन्होंने ये भी कहा कि देश एक बड़ी अर्थव्यवस्था बन रहा है।  इसी क्रम में उत्तर प्रदेश भी उन्नति कर रहा है । प्रदेश में तेज़ी से इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो रहा है । हाल ही में जनता को समर्पित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे इसी का बड़ा उदहारण है । २०१७ से प्रदेश में 9 एयरपोर्ट्स पर कार्य हो रहा है । साथ ही प्रदेश को एक लॉजिस्टिक हब बनाने की ओर कार्य हो रहा है । पीएम गति शक्ति योजना के तहत सरकारों और मंत्रालयों में समन्वय स्थापित होगा” ।

माननीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी और रेलवे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्मेलन को संबोधित किया जहां उन्होंने बताया कि कैसे पीएम गति शक्ति योजना बुनियादी ढांचा कनेक्टिविटी परियोजनाओं के कार्यान्वयन में सुधार के लिए मंत्रालयों के बीच समन्वय में सुधार करेगी। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा- “देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मन रहा है और हमारे प्रधानमंत्री जी ने इस पीएम गति शक्ति योजना से देश को एक नयी ऊर्जा और संकल्प दिया है । देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का काम तेज़ी से हो रहा है। १०७ लाख करोड़ की योजनाएं पाइपलाइन में हैं, जिसमे रेल, रोड कनेक्टिविटी, एयरपोर्ट्स, एक्सप्रेसवेज, शिपिंग, और अन्य योजनाएं शामिल हैं ।

कार्यक्रम को माननीय राज्य संचार मंत्री श्री देवुसिंह चौहान जी ने भी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया और कहा की ये बड़े गौरव की बात है दूरसंचार विभाग को ये कार्यक्रम आयोजित करने का अवसर प्राप्त हुआ और वह इस योजना में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर सभी इंफ्रास्ट्रक्चर का आधार है अतः 4G – 5G के युग में समन्वय और गति के साथ प्रोजेक्ट्स का रोल आउट करना आवश्यक है ।

साथ में औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना जी ने भी कार्यक्रम में आये लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा की ये बड़े सौभाग्य की बात है हमारे देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के सम्मिलित प्रयासों ने देश को एवं प्रदेश को नयी दिशा दी है और विकास की गति को तेज किया है । यह पीएम गति शक्ति योजना सभी मंत्रालयों एवं विभागों के बीच समन्वय स्थापित करेगी । साथ ही उन्होंने सभी प्रदेशो के प्रतिनिधियों को तत्परता से काम करने की भी प्रेरणा दी ।

इस कार्यक्रम में भारत सरकार के 16 केंद्रीय मंत्रालयों, यूपी राज्य सरकार और अन्य 8 उत्तरी राज्य सरकारों दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति को चिह्नित किया गया। इसके अलावा, DPIIT, DoT राज्य इकाइयों (LSA) और BISAG-N के अधिकारियों के साथ-साथ उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने भी सम्मेलन में भाग लिया।

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