केन्द्रीय मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव के नेतृत्व में सर्वांगीण प्रयासों से ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण में बड़ी सफलता मिली
असंगठित क्षेत्र के कुल पंजीकृत 8.4 करोड़ श्रमिकों में से आधे से अधिक का मुख्य व्यवसाय कृषि
’18-40′ के आयु वर्ग के श्रमिकों की हिस्सेदारी सबसे अधिक है, इसके बाद ’40-50′ आयु-वर्ग के श्रमिक
यह ध्यान देने योग्य है कि ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण में बड़ी सफलता का कारण केंद्रीय श्रम और रोजगार, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव की एकीकृत कमान और नियंत्रण और नियमित निर्देशों के माध्यम से उत्साही निगरानी किया जाना है। इस कार्य में उन्हें केंद्रीय ट्रेड यूनियन नेताओं और उनके राज्य समकक्षों की भारी भागीदारी के साथ ही अपने मंत्रालय और राज्य सरकारों के सभी वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग भी मिला है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार,पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री, श्री भूपेन्द्र यादव -ई-श्रम पंजीकरण के कार्य की देखरेख एवं सीएससी के अच्छे कार्यकर्ताओं को प्रशंसा पत्र देते हुए
केन्द्रीय मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव, श्री रामेश्वर तेली, श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली एवं सचिव, श्रम एवं रोजगार, श्री सुनील बर्थवाल, संयुक्त प्रयासों से व्यापक रूप से संसाधन जुटाने के साथ ही जागरूकता कार्यक्रम की श्रृंखला आयोजित कर रहे हैं और विशेष शिविर भी लगा रहे हैं। इस महती कार्य में मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय), श्री डीपीएस नेगी और देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिबद्ध अधिकारियों की उनकी टीम ने नियोक्ताओं, ट्रेड यूनियन नेताओं, कर्मचारियों, राज्य सरकार और गैर सरकारी संगठनों को शामिल करके बड़ी सहायता की है। अब तक 60 से अधिक विशाल शिविर आयोजित किए जा चुके हैं।
ई-श्रम जागरूकता कार्यक्रम में श्रम एवं रोजगार,पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली के साथ, मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय) श्री डी.पी.एस. नेगी |
24 अगस्त को पंजीकरण शुरू होने के बाद से पिछले 12 हफ्तों में ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण की संख्या में वृद्धि पर सप्ताह-वार आंकड़ों के अनुसार 10वें सप्ताह (2-8 नवंबर) के लिए इस तरह के पंजीकरण की अधिकतम वृद्धि दर्ज की गई – अर्थात 1,15, 66,985 पंजीकरणI उसके बाद 7वें सप्ताह (12-18 अक्टूबर)–में 86,83,881 पंजीकरण। अब तक पिछले चार दिनों में,यानी 17 से 20 नवंबर 2021 तक, ई-श्रम पोर्टल (आंकड़े नीचे दिए गए हैं) पर लगभग 57,24,286 पंजीकरण दर्ज किए गए हैं।
सीएससी, स्वयं या राज्य सेवा केंद्रों के माध्यम से ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण
ई-श्रम पोर्टल में असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण सामान्य सेवा केंद्रों (सीएससी) , स्वयं या राज्य सेवा केंद्रों के माध्यम से हो सकता है। पंजीकरण का अधिकतम हिस्सा सीएससी के माध्यम से पंजीकरण करने वालों के लिए दर्ज किया गया है, इसके बाद पंजीकरण के स्वयं मोड और राज्य सेवा केंद्रों के लिए मामूली हिस्सा दर्ज किया गया है। ई-श्रम पोर्टल पर सीएससी पंजीकरणों की संख्या 6,77,14,523 पंजीकरण (नीचे आंकड़ा) के साथ बाद के हफ्तों से 20 नवंबर तक बढ़ रही है।
5 अक्टूबर 2021 के बाद से पिछले छह हफ्तों में, राज्य सेवा केंद्रों के माध्यम से असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के पंजीकरण में वृद्धि दर्ज की गई है, पिछले सप्ताह पंजीकरणों (9 से 16 नवंबर 2021) में इस तरह की सबसे बड़ी वृद्धि हुई है और यह 24,842 से लगभग दोगुनी अर्थात 53,970 हो गई है। 20 नवंबर तक ऐसे पंजीकरणों की संख्या 86,067 है।
सामान्य सेवा केन्द्रों (सीएससी) या पंजीकरण के स्वयं मोड के माध्यम से असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के पंजीकरण में वृद्धि विशेष रूप से भारत में 16 सितंबर के बाद से बढ़ी है, और अब वर्तमान 20 नवम्बर 2021 तक कम से कम 11 लाख के दैनिक पंजीकरण सीएससी पंजीकरण के माध्यम से दर्ज किए गए हैं, वहीँ स्वयं पंजीकरण के लिए लगभग 2 लाख और लगभग 7 हजार, 20 नवंबर 2021 तक राज्य सेवा केंद्रों के पंजीकरण के लिए दर्ज हुए हैं।
कुल पंजीकरणों में से सीएससी में ऐसे पंजीकरणों का हिस्सा कम से कम 60% होता है और बाद के हफ्तों में इसका हिस्सा वर्तमान में लगभग 80% तक बढ़ रहा है जैसा कि नीचे दिए गए आंकड़े से देखा जा सकता है ।
ई-श्रम पोर्टल पर असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के पंजीकरण में राज्यवार रुझान
पिछले 12 हफ्तों में, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और बिहार राज्यों में ई-श्रम पोर्टल पर श्रमिकों के पंजीकरण के संबंध में उच्चतम औसत विकास दर 15% से अधिक है।
2वें सप्ताह (9 से 16 नवंबर 2021) में ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल राज्यों के लिए उच्च और छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, ओडिशा और बिहार में मध्यम रूप से अधिक थे (चित्र नीचे)।
Odisha and Bihar (figure below).
ई-श्रम पोर्टल पर असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के पंजीकरण में व्यवसायवार रुझान
24 अगस्त से 16 नवंबर 2021 तक 12 सप्ताह में पोर्टल पर व्यावसायिक श्रेणियों में पंजीकृत श्रमिकों की कुल संख्या के संबंध में, शीर्ष पांच श्रेणियां कृषि, निर्माण, परिधान, ऑटोमोबाइल और परिवहन और घरेलू और घरेलू कामगारों की हैं। पंजीकरण की कुल संख्या के संदर्भ में इन व्यावसायिक श्रेणियों की रैंकिंग समय के साथ बदलती रही है। इसके अतिरिक्त,पिछले महीने के बाद से पूंजीगत वस्तुओं तथा विनिर्माण क्षेत्र को पांचवीं सबसे महत्वपूर्ण व्यावसायिक श्रेणी (नीचे तालिका) के रूप में स्थान दिया गया है।
20 नवंबर 2021 तक, इस पोर्टल में पंजीकृत श्रमिकों के लिए शीर्ष पांच व्यावसायिक श्रेणियों में कृषि (53.2% और 4,48,76,425 पंजीकरण), निर्माण (12.1% और 1,02,58,713 पंजीकरण), आवासीय कामगार और घरेलू श्रमिक (8.8% और 74,22,236 पंजीकरण), परिधान (6.3% और 52,89,110 पंजीकरण) और पूंजीगत सामान और विनिर्माण (3.3% और 27,60,050 पंजीकरण) हैं। सभी पंजीकृत श्रमिकों के आधे से अधिक के लिए कृषि मुख्य व्यवसाय है, इससे आगे 20 नवंबर 2021 को ही कृषि श्रमिकों की दो महत्वपूर्ण उप-श्रेणियां ‘फसल खेत मजदूर’ और ‘खेतों में फसल और सब्जी उत्पादक’ लगभग 20 लाख पंजीकरण के साथ दर्ज हैं।
पोर्टल पर पंजीकृत महिला असंगठित क्षेत्र की शीर्ष पांच व्यावसायिक श्रेणियों में कृषि (2.1 करोड़), आवासीय और घरेलू कामगार (71 लाख), परिधान (46 लाख), निर्माण (23 लाख) और विविध (17.98 लाख) हैं। इसी तरह, पुरुष श्रमिकों के लिए शीर्ष पांच व्यावसायिक श्रेणियां कृषि (2.3 करोड़), निर्माण (78 लाख), मोटर वाहन (ऑटोमोबाइल) और परिवहन (22.1 लाख), पूंजीगत सामान और विनिर्माण (18.9 लाख) और विविध (7.7 लाख) हैं ।
पिछले 12 सप्ताह (24 अगस्त – 16 नवंबर 2021) में ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के प्रमुख व्यावसायिक समूहों को दर्शाने वाली तालिका
पिछले 12 हफ्तों में श्रम पोर्टल (24 अगस्त – 16 नवंबर 2021)
ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण करने वाले श्रमिकों के लिए शीर्ष 5 व्यावसायिक श्रेणियां | |||||
सप्ताह | पहली | दूसरी | तीसरी | चौथी | पांचवीं |
पहला | कृषि | निर्माण | परिधान | मोटरवाहन और परिवहन | आवासीय और घरेलू कामगार |
दूसरा | कृषि | निर्माण | परिधान | मोटरवाहन और परिवहन | आवासीय और घरेलू कामगार |
तीसरा | कृषि | निर्माण | आवासीय और घरेलू कामगार | परिधान | मोटरवाहन और परिवहन |
चौथा | कृषि | निर्माण | आवासीय और घरेलू कामगार | परिधान | मोटरवाहन और परिवहन |
पांचवां | कृषि | परिधान | मोटरवाहन और परिवहन | सौन्दर्य प्रसाधन और देखरेख | बीएफएसआई |
छठा | कृषि | निर्माण | आवासीय और घरेलू कामगार | परिधान | मोटरवाहन और परिवहन |
सातवाँ | कृषि | निर्माण | आवासीय और घरेलू कामगार | परिधान | मोटरवाहन और परिवहन |
आठवां | कृषि | निर्माण | आवासीय और घरेलू कामगार | परिधान | मोटरवाहन और परिवहन |
नवां | कृषि | निर्माण | आवासीय और घरेलू कामगार | परिधान | पूंजीगत वस्तुएं और विनिर्माण |
दसवां | कृषि | निर्माण | आवासीय और घरेलू कामगार | परिधान | पूंजीगत वस्तुएं और विनिर्माण |
ग्यारहवां | कृषि | निर्माण | आवासीय और घरेलू कामगार | परिधान | पूंजीगत वस्तुएं और विनिर्माण |
बारहवां | कृषि | निर्माण | आवासीय और घरेलू कामगार | परिधान | पूंजीगत वस्तुएं और विनिर्माण |
ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का आयु समूहों, आय समूहों और वित्तीय समावेशन द्वारा वितरण
पिछले 12 सप्ताह में पोर्टल पर पंजीकृत असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की आयु-समूहवार संरचना से पता चलता है कि ’18-40′ आयु वर्ग के श्रमिकों का हिस्सा सबसे अधिक है, इसके बाद आयु-वर्ग ’40-50′ के श्रमिकों का स्थान है। (नीचे का चित्र)। विभिन्न आयु समूहों में पंजीकरण का औसत साप्ताहिक हिस्सा ’18-40′ के आयु वर्ग के श्रमिकों के लिए सबसे अधिक है, इसके बाद ’40-50′ (क्रमशः 63 और 21 प्रतिशत) के आयु वर्ग में हैं।
पोर्टल के शुभारंभ के बाद से पंजीकरण की कुल संख्या के संबंध में, ’18-40′ आयु वर्ग के श्रमिकों के लिए पंजीकरण की संख्या पोर्टल के शुभारंभ के पहले सप्ताह में लगभग 5 लाख से बढ़कर 12वें हफ्ते (10-16 नवंबर) में 4.8 करोड़ लगभग हो गई है ।
20 नवंबर 2021 को पंजीकरण की कुल संख्या ’18-40′ के आयु वर्ग में 5 करोड़ (5,17,42,315) और ’40-50’ के आयु वर्ग में 1.8 करोड़ (1,88,18,074) तक पहुंच गई है।
ई-श्रम पोर्टल पंजीकरण के लिंग-वार विश्लेषण से पता चलता है कि पोर्टल के शुभारंभ के बाद पहले छह हफ्तों के दौरान पंजीकृत होने वाले श्रमिकों में पुरुष श्रमिकों की हिस्सेदारी कुछ अधिक (51% से अधिक) थी।हालांकि, पिछले छह हफ्तों में पुरुष श्रमिकों की तुलना में अब महिला श्रमिकों की हिस्सेदारी अधिक हो गई है (आंकड़ा नीचे)। इस प्रकार, पोर्टल पर पंजीकृत पुरुष श्रमिकों की तुलना में अधिक महिला श्रमिकों में बदलाव देखा जा रहा है।20 नवंबर तक, कुल पंजीकरणों में से 48.2% (4,06,86,429) पुरुष कामगार और 51.8% (4,37,00,713) महिला कामगार थे।
पंजीकरण के पहले सप्ताह में पंजीकृत होने वाले कुल श्रमिकों में से लगभग 5 लाख पुरुष थे और लगभग 2.7 लाख महिलाएं थीं। अब यह 12वें सप्ताह (10-16 नवंबर) में पुरुषों के लिए 3.8 करोड़ और महिलाओं के लिए 4.05 करोड़ पंजीकरण हो गया है।
ई-श्रम पोर्टल पर लिंग के संदर्भ में ‘अन्य’ के लिए पंजीकरण धीमा रहा है, 20 नवंबर तक कुल 2,095 पंजीकरण हो पाए हैं ।
ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण करते समय, असंगठित क्षेत्र के श्रमिक पोर्टल पर पंजीकरण से जुड़ी सरकारी योजनाओं से लाभ प्राप्त करने के लिए, जैसे मृत्यु या विकलांगता के मामले में दुर्घटना कवर या आंशिक अक्षमता के लिए अपने बैंक खातों का विवरण नामांकित विवरण के साथ प्रस्तुत कर सकते हैं। बैंक खाते और नामांकित विवरण दोनों का विवरण होना इस योजना का एक महत्वपूर्ण पहलू है और सरकार द्वारा तैयार की गई श्रम और अन्य सामाजिक कल्याण योजनाओं के साथ इसका एकीकरण है।
प्रारंभ में,पोर्टल पर पंजीकृत होने वाले श्रमिकों का कम ही हिस्सा अपने बैंक खातों का विवरण प्रदान कर रहा था। किन्तु अब यह हिस्सा पहले सप्ताह में 47% से 12वें सप्ताह में 86.3% हो गया है (नीचे आंकड़ा)। इसके अतिरिक्त, पोर्टल पर पंजीकृत होने वाले श्रमिकों के नामांकित विवरण पहले सप्ताह में केवल 38% श्रमिकों द्वारा और 12 वें सप्ताह में 88% श्रमिकों द्वारा प्रदान किए गए थे।
पोर्टल पर पंजीकरण करने वाले श्रमिकों के आय-समूह के अनुसार विश्लेषण से पता चलता है कि पंजीकृत कुल श्रमिकों में से औसतन 91 प्रतिशत 10 हजार रूपये से कम की मासिक आय स्लैब में हैं। वहीं 21,000 रुपये अथवा उससे अधिक की मासिक आय स्लैब में श्रमिकों की हिस्सेदारी केवल 0.61% है। 10000 रुपये के आय स्लैब से श्रमिकों का अनुपात पहले सप्ताह में 86% से बढ़कर 12 वें सप्ताह में लगभग 92% हो गया है।
मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय) श्री डी.पी.एस. नेगी के साथ उप मुख्य श्रम आयुक्त श्री आर.के. अग्रवाल एवं अन्य अधिकारी 20 एवं 21 नवंबर 2021 को वाराणसी एवं गोरखपुर में कर्मचारियों, ट्रेड यूनियन नेताओं, कार्यकर्ताओं, मीडिया से ई-श्रम पोर्टल के बारे में चर्चा करते हुए।
आउटरीच प्रयासों को जारी रखते हुए, श्री डी.पी.एस. नेगी ने टीम का नेतृत्व किया और 19 से 21 नवंबर 2021 तक वाराणसी में इक्का चालकों और प्लेटफॉर्म श्रमिकों के अलावा विभिन्न एयरलाइंस (एयर इंडिया, विस्तारा, स्पाइसजेट, इंडिगो, गो एयरवेज), केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और वाराणसी तथा गोरखपुर में केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग, एसपीसीएल, बीपीसीएल, इंडियन ऑइल जैसे केंदीय लोक उपक्रम तथा भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण के साथ चार जागरूकता कार्यक्रम-सह-पंजीकरण शिविर आयोजित किए।
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