प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर को रांची में भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती-15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई जाएगी
यह संग्रहालय जनजातीय संस्कृति एवं इतिहास को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
संग्रहालय में भगवान बिरसा मुंडा की 25 फीट की प्रतिमा होगी
अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर भी प्रकाश डाला जाएगा
भारत सरकार ने घोषणा की है कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर, 2021 को सुबह 9:45 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रांची में भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री ने हमेशा जनजातीय समुदायों के अमूल्य योगदान, विशेष रूप से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनके बलिदान पर जोर दिया है। 2016 में अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में, उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा निभाई गई भूमिका पर जोर दिया और बहादुर जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति को समर्पित संग्रहालयों के निर्माण की परिकल्पना की गई, ताकि देश की आने वाली पीढ़ियों को उनके बलिदानों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। जनजातीय कार्य मंत्रालय ने अब तक दस आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालयों के निर्माण को मंजूरी दी है। ये संग्रहालय विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों के जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों की यादों को संजो कर रखेंगे।
भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय झारखंड राज्य सरकार के सहयोग से रांची के पुराने केंद्रीय कारावास में बनाया गया है, जहां भगवान बिरसा मुंडा ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। यह राष्ट्र और जनजातीय समुदायों के लिए उनके बलिदान को श्रद्धांजलि होगी। जनजातीय संस्कृति एवं इतिहास को संरक्षित और बढ़ावा देने में संग्रहालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह भी प्रदर्शित करेगा कि किस तरह आदिवासियों ने अपने जंगलों, भूमि अधिकारों, अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए संघर्ष किया और राष्ट्र निर्माण के लिए उनकी वीरता और बलिदान को भी प्रदर्शित करेगा।
यह संग्रहालय मुंडा के साथ, शहीद बुधु भगत, सिद्धू-कान्हू, नीलांबर-पीतांबर, दिवा-किसुन, तेलंगा खड़िया, गया मुंडा, जात्रा भगत, पोटो एच, भगीरथ मांझी और गंगा नारायण सिंह जैसे विभिन्न आंदोलनों से जुड़े अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में भी जानकारी प्रदर्शित करेगा। संग्रहालय में भगवान बिरसा मुंडा की 25 फीट की प्रतिमा और क्षेत्र के अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की 9 फीट की प्रतिमा मौजूद होगी।
स्मृति उद्यान को 25 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया गया है और इसमें संगीतमय झरना, खान-पान परिसर, बाल उद्यान, इन्फिनिटी पूल, गार्डन और अन्य मनोरंजन सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री भी उपस्थित रहेंगे।
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