लखनऊ में आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी में उत्साहजनक भागीदारी देखी जा रही है

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा उत्तर प्रदेश में लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी ‘आजादी@75- नया शहरी भारत: शहरी परिदृश्य में बदलाव’ का आयोजन किया गया है। इसमें जनता के साथ-साथ विशेषज्ञों तथा हितधारकों की उत्साहजनक भागीदारी देखी जा रही है। सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन कल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया था और प्रदर्शनी को आम जनता हेतु 2 दिनों के लिए खोल दिया गया है।

इस 3 दिवसीय सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी का आयोजन ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में किया जा रहा है, जो केंद्र सरकार के प्रगतिशील भारत के 75 साल और इसके लोगों, संस्कृति एवं उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को सम्मान देने और उत्सव मानाने की एक पहल है। यह उत्तर प्रदेश में परिवर्तनकारी बदलावों पर विशेष ध्यान देने के साथ ही देश भर में शहरी परिदृश्य को सुधारने पर आधारित है।

सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी के तीन घटक हैं:

1. ‘न्यू अर्बन इंडिया’ शीर्षक वाली राष्ट्रीय प्रदर्शनी, जिसमें परिवर्तनकारी शहरी मिशनों की उपलब्धियों एवं भविष्य के अनुमानों को प्रदर्शित किया गया है। यह प्रदर्शनी पिछले सात वर्षों के प्रमुख शहरी मिशनों के तहत प्राप्त उपलब्धियों तथा भविष्य के अनुमानों पर प्रकाश डालती है।

2. वैश्विक आवास प्रौद्योगिकी चुनौती- भारत (जीएचटीसी-इंडिया) के तहत 75 प्रगतिशील निर्माण प्रौद्योगिकियों पर ‘इंडियन हाउसिंग टेक्नोलॉजी मेला’ (आईएचटीएम) नाम से प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इसमें घरेलू स्तर पर विकसित स्वदेशी और नवीन निर्माण प्रौद्योगिकियों, सामग्रियों तथा प्रक्रियाओं को प्रदर्शित किया गया है, जो प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू) के तहत लाभार्थी के अनुसार बनने वाले (बीएलसी) घरों का निर्माण तथा अन्य निम्न एवं मध्यम प्रकार के घरों के लिए उपयोगी हो सकती हैं।

3. वर्ष 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश जीवंतता, आर्थिक-क्षमता और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए शहरी परिदृश्य के प्रवर्तक के रूप में उभर कर सामने आया है। प्रमुख शहरी कार्यक्रमों के तहत राज्य के कामकाज और उत्तर प्रदेश में यूपी@75 के अनुसार शहरी परिदृश्य में भविष्य के अनुमानों को दर्शाने के लिए एक प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है।

इस प्रदर्शनी में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के विभिन्न प्रमुख शहरी मिशनों जैसे स्वच्छ भारत मिशन (शहरी), प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई-एनयूएलएम), कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन (अमृत), स्मार्ट सिटी मिशन (एससीएम) तथा शहरी परिवहन (यूटी) को दर्शाया गया है। प्रदर्शनी के प्रमुख विषयों में स्वच्छ शहरी भारत, जल संरक्षित शहर, सभी के लिए आवास, नई निर्माण तकनीक, स्मार्ट सिटी विकास, सतत गतिशीलता और आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देने वाले शहर शामिल हैं।

इस सम्मेलन के दौरान विशेषज्ञों, हितधारकों और शिक्षाविदों के साथ बड़ी संख्या में विचार-मंथन सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन-2.0 और अमृत-2.0 के प्रस्तावित दिशानिर्देशों पर राज्यों के साथ चर्चा भी हुई है, जिन्हें पहली अक्टूबर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा शुरू किया गया था। सम्मेलन के दौरान चर्चा किए गए कुछ विषय इस प्रकार हैं:- निम्न और मध्य प्रकार वाले घरों के लिए नवीन निर्माण प्रौद्योगिकियों को मुख्यधारा में लाना, रियल एस्टेट क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए रेरा को मजबूत करना, स्मार्ट सिटी अभियानों के माध्यम से शहरी परिवर्तन, भारत की मेट्रो रेल प्रणाली, हरित शहरी गतिशीलता, शहरी नियोजन, गंदी बस्तियों से मुक्त शहर, समावेशी आवास संवाद और अपशिष्ट प्रबंधन में सर्कुलर अर्थव्यवस्था।

सौर ऊर्जा, अपशिष्ट से बिजली और शहरी गतिशीलता के क्षेत्रों में सहयोग तथा एक साथ काम करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार के उद्यम सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के बीच आज एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।

Comments are closed.