इंदौर शहर की 82 वर्षीय कोमल बाई जैन ने मानवता की सेवा के लिए किया देहदान, इंडेक्स अस्पताल और मुस्कान ग्रुप ने निभाई अग्रणी भूमिका
इंदौर। कहते है कि मनुष्य का शरीर नश्वर है और आत्मा अमर है। लेकिन इस दुनिया के जाने के बाद भी हमारा मृत शरीर किसी के काम आ सके तो यह सबसे बड़े पुण्य का काम है। इसी उद्देश्य के साथ बैकुंठ धाम कॉलोनी, इंदौर निवासी कोमल बाई जैन ने आज से 12 वर्ष पहले ही देहदान का संकल्प ले लिया था। 10 सितंबर 2021, शुक्रवार को उनका निधन हो गया था। उनके पुत्र वीरेन्द्र जैन और परिवार के सदस्यों द्वारा शनिवार को उनके पार्थिव शरीर को इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर को ससम्मान सौंपा गया। जैन परिवार के द्वारा मानव कल्याण के लिए यह सराहनीय कदम उठाया गया है। इंडेक्स ग्रुप के चेयरमैन श्री सुरेश सिंह भदौरिया, वाइस चेयरमैन श्री मयंक राज सिंह भदौरिया और इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जी. एस. पटेल ने इस पुनीत कार्य के लिए वीरेंद्र जैन और उनके परिजनों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
इंदौर निवासी कोमल बाई जैन का 82 वर्ष में शुक्रवार को निधन को हो गया था। उनके पुत्र श्री वीरेंद्र जैन ने इंडेक्स मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधिकारियों से संपर्क कर देहदान किया। निश्चित रूप से उन्होंने ‘देहदान महादान’ के नारे को चरितार्थ कर समाज को नई और सकारात्मक दिशा दिखाई है। कोमल बाई जैन के भतीजे राजेंद्र जैन ने बताया कि “आज से 12 वर्ष पहले कोमल बाई जैन ने मुस्कान ग्रुप के साथ देहदान का संकल्प लिया था। वे धार्मिक और सामाजिक महिला थी। उनका मानना था कि किसी भी प्रकार से हमारा जीवन किसी के काम आ सके तो यही सच्ची ईश्वर सेवा है।”
इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के देहदान अधिकारी राज गोयल ने बताया कि “देहदान करने वाली कोमल बाई जैन के एक पुत्र और और दो पुत्रियां है। हम उनके प्रति कृतज्ञ है क्योंकि उन्होंने देहदान कर समाज और देश में सकारात्मक मिसाल पेश की है। शहर की मुस्कान ग्रुप का भी इस पुनीत कार्य में अहम योगदान रहा है। उन्होंने आगे बताया कि कोविड के आने के बाद यह इंडेक्स मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का तीसरा मामला है जब देहदान किया गया है। निश्चित रूप से अब समय के साथ ही देहदान के प्रति लोगों में और भी जागरूकता आएगी।”
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