न्यूज़ डेस्क : आज दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी, बिटक्वाइन की कीमत 51,000 डॉलर से ऊपर चली गई। सिर्फ बिटक्वाइन ही नहीं, दुनिया की अन्य क्रिप्टोकरेंसी जैसे इथेरियम, बाइनेंस क्वाइन, डॉजक्वाइन, आदि में भी तेजी आई है। इससे क्रिप्टोकरेंसी के निवेशकों को फायदा हुआ है। वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी बाजार पूंजीकरण अब 3.17 फीसदी बढ़कर 2.35 लाख करोड़ डॉलर का हो गया है। पिछले 24 घंटों में क्रिप्टो बाजार की कुल वॉल्यूम (कारोबार किए गए सिक्कों की कुल राशि) 122.68 अरब डॉलर रही।
पिछले कुछ हफ्तों से क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में अच्छी तेजी दिख रही है। इस तेजी में संस्थागत और रिटेल निवेशकों की अच्छी भागीदारी रही है। बिटक्वाइन जून में 29,000 डॉलर पर आ गई थी, जो छह महिने का निचला स्तर था। अब यह इस स्तर से काफी चढ़ चुकी है। हालांकि बिटक्वाइन अभी भी अपनी रिकॉर्ड कीमत से काफी दूर है, जो लगभग 65000 डॉलर है। बिटक्वाइन ने अप्रैल में यह स्तर छुआ था। विशेषज्ञों का कहना है कि बिटक्वाइन की कीमत में आगे भी अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है।
coinmarketcap.com इंडेक्स के अनुसार, जानें दोपहर 2.14 बजे तक दुनिया की 10 सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी के रेट्स-
बिटक्वाइन – 3.26 फीसदी बढ़कर 51740.77 डॉलर हुई कीमत।
इथेरियम – 1.54 फीसदी बढ़कर 3957.64 डॉलर हुई कीमत।
कार्डानो – 0.37 फीसदी बढ़कर 2.90 डॉलर हुई कीमत।
बाइनेंस क्वाइन – 1.58 फीसदी बढ़कर 503.50 डॉलर हुई कीमत।
टेथर – 0.01 फीसदी गिरकर 1.00 डॉलर हुई कीमत।
एक्सआरपी – 5.05 फीसदी बढ़कर 1.32 डॉलर हुई कीमत।
सोलाना – 3.50 फीसदी बढ़कर 145.02 डॉलर हुई कीमत।
डॉजक्वाइन – 3.78 फीसदी बढ़कर 0.3121 डॉलर हुई कीमत।
पोल्का डॉट – 6.32 फीसदी बढ़कर 34.43 डॉलर हुई कीमत।
यूएसडी क्वाइन – 0.03 फीसदी गिरकर 0.998 डॉलर हुई कीमत।
भारतीय निवेशक सतर्क
हालांकि भारत में जो क्रिप्टो के निवेशक हैं, वे अभी भी सावधानी बरत रहे हैं। कारण यह है कि भारत सरकार अभी भी क्रिप्टो को लेकर कोई फैसला नहीं कर पाई है। ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्र सरकार जल्द ही क्रिप्टोकरेंसी पर बड़ा कदम उठा सकती है। सरकार इसे असेट या कमोडिटी की कैटेगरी में डाल सकती है। एक सूत्र ने कहा कि क्रिप्टो एसेट्स को उनकी तकनीक या एंड यूज के आधार पर परिभाषित किया जाएगा। फिलहाल सरकार के सामने यह दिक्कत है कि क्रिप्टोकरेंसी को क्या मानकर इस पर टैक्स लगाया जाए। इसे करेंसी, कमोडिटी या इक्विटी शेयर जैसा एसेट माना जाए या सर्विस।
हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि डिजिटल मुद्रा से जुड़े विधेयक को लेकर मंत्रिमंडल की मंजूरी का इंतजार है। प्रस्तावित विधेयक मंत्रिमंडल के सामने रख दिया गया है। आर्थिक मामलों के सचिव की अध्यक्षता में गठित क्रिप्टोकरेंसी पर अंतर-मंत्रालयी समिति ने डिजिटल करेंसी से जुड़े मुद्दों का अध्ययन करने और विशिष्ट कार्यों का प्रस्ताव पेश करने के लिए अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी है।
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