कबाड़ नीति से वाहनों की बिक्री बढ़ाने और निर्माण लागत में भी 40% कमी आ सकती है : नितिन गडकरी

न्यूज़ डेस्क : दो साल से सुस्त गति में चल रहे वाहन उद्योग को नई कबाड़ नीति से दोबारा रफ्तार मिल सकती है। केेंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि कबाड़ नीति वाहनों की बिक्री बढ़ाने और रोजगार पैदा करने में मददगार साबित होगी। ज्यादा पुराने वाहनों की रिसाइकलिंग से विनिर्माण लागत भी 40% घटाई जा सकती है,  जिससे वाहन सस्ते हो जाएंगे।

 

 

 

गडकरी ने कहा कि वाहनों के दाम घटेंगे, तो उनकी बिक्री बढ़ाने में मदद मिलेगी। ऑटो क्षेत्र की बिक्री दोबारा रफ्तार पकड़ लेती है, तो केंद्र और राज्य सरकारों को 30-40 हजार करोड़ की ज्यादा जीएसटी वसूली होगी।

 

 

 

वाहनों की समय पर रिसाइकलिंग की जाए, तो 99% मैटेरियल प्राप्त कर सकते हैं। इससे कच्चे माल की लागत 40% तक कम होगी। वाहनों से एल्युमीनियम, स्टील, कॉपर, प्लास्टिक और रबर जैसे मैटेरियल बड़ी मात्रा में मिलेंगे। विनिर्माण में तेजी से 35 हजार रोजगार पैदा हो सकते हैं। ब्यूरो

 

 

गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने वाहन कंपनियों से कहा है कि कबाड़ में पुरानी गाड़ियां देने वाले ग्राहकों को नए वाहन खरीदने पर 5 फीसदी छूट दी जाए। अभी हमारे पड़ोसी देशों में कबाड़ रिसाइकलिंग को लेकर कोई ढांचा नहीं है।

 

 

टाटा मोटर्स बनाएगी पहला कबाड़ केंद्र

टाटा मोटर्स ने अहमदाबाद में कबाड़ केंद्र बनाने के लिए गुजरात सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बताया कि इस केंद्र में सालाना 36 हजार वाहनों की रिसाइकलिंग की जाएगी, जिसमें निजी और वाणिज्यिक दोनों तरह की गाड़ियां शामिल होंगी।

 

 

 

इस नीति से निवेश बढ़ेगा, लागत घटेगी : रेनो

फ्रांस की वाहन विनिर्माता कंपनी रेनो ने कहा है कि कबाड़ नीति से वाहन उद्योग में निवेश बढ़ेगा और कच्चे माल की लागत में कमी आएगी। इससे कंपनी और उपभोक्ता दोनों को ही लाभ मिलेगा। यह नीति उत्पादन बढ़ाने के साथ वाहन क्षेत्र में रोजगार के मौके भी दिलाएगी।

 

 

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