न्यूज़ डेस्क : रूस की राजधानी मॉस्को में मई में कोरोना वायरस के नए मामलों में तेजी देखने को मिली थी। वहीं, अब यहां कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के सामने आने की खबरों ने विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना के इस वेरिएंट को ‘मॉस्को स्ट्रेन’ कहा जा रहा है। रूसी राजधानी में चंद हफ्तों में मरीज तीन गुना हो गए हैं। , इसलिए कई पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। वहीं, स्पूतनिक वी वैक्सीन के निर्माता इस कोरोना स्ट्रेन के खिलाफ टीके की प्रभाविता का पता लगाने के काम में जुट गए हैं।
शुक्रवार को मॉस्को में 9056 नए मरीज मिले। यह दो सप्ताह पहले 3000 ही थे। 2020 के आरंभ में शुरू हुई कोरोना महामारी के बाद के ये सर्वाधिक मामले हैं। मॉस्को की आबादी 1.20 करोड़ है। नए मामलों को तेजी से बढ़ते देख मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने एक सप्ताह के कई पाबंदियों का एलान किया है।
इनमें लुजिनिकी स्टेडियम के बाहर यूरो-2020 फैन जोन के आसपास लोगों की संख्या सीमित करने, बड़े कार्यक्रमों में 1000 से ज्यादा लोगों को आमंत्रित नहीं करने, बड़े मनोरंजन कार्यक्रम बैन करने, डांस हॉल व फैन जोन अस्थाई रूप से बंद करने के आदेश दिए हैं। 29 जून तक रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक फूड हॉल्स, मॉल्स, जू, खेल के मैदान, बार, रेस्रां बंद रहेंगे।
बेहद संक्रामक है मॉस्को स्ट्रेन
इससे एक दिन पहले उन्होंने चेतावनी दी थी कि शहर कोरोना की नई लहर का सामना कर रहा है। शायद यह कोविड के नए वैरिएंट के कारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि संक्रमण तीन गुना हो चुका है।
स्पूतनिक-वी के नए स्ट्रेन पर असर का परीक्षण
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्पूतनिक वी टीका बनाने वाले गामालेया इंस्टीट्यूट के उप प्रमुख डेनिस लोगुनोव का कहना है कि मॉस्कों में स्थिति की निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही मॉस्को टाइम्स की एक रिपोर्ट में भी गामालेया सेंटर के प्रमुख अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग के हवाले से कहा गया है कि सेंटर कथित मॉस्को स्ट्रेन के खिलाफ टीके की प्रभावकारिता का अध्ययन कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार गिंट्सबर्ग ने कहा कि हमारा मानना है कि टीका (मॉस्को स्ट्रेन पर ) प्रभावी होगा, लेकिन अभी हमें अध्ययन के परिणामों का इंतजार करना चाहिए।
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