न्यूज़ डेस्क : कोरोना महामारी की दूसरी लहर का रियल एस्टेट क्षेत्र पर पिछले साल से ज्यादा असर पड़ा है। रियल एस्टेट संगठन क्रेडाई ने बृहस्पतिवार को बताया कि संक्रमण के दबाव में 95 फीसदी ग्राहकों ने मकान खरीदने की योजना को टाल दिया है। अप्रैल के बाद से ही बिक्री और नई परियोजनाओं में तेजी से कमी आ रही है।
रियल एस्टेट क्षेत्र की 13 हजार कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन क्रेडाई के अनुसार, 95 फीसदी बिल्डरों ने लॉकडाउन की वजह से प्रोजेक्ट में देरी की आशंका जताई है।
क्रेडाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन पटोदिया ने कहा, मजदूरों की कमी, अप्रूवल में देरी और कच्चे माल की आपूर्ति बाधित होने से अधिकतर निर्माण लटक गए हैं। 98 फीसदी डेवलपर्स ने माना है कि ग्राहकों की पूछताछ में बड़ी गिरावट आई है।
20 फीसदी तक बढ़ सकते हैं मकानों के दाम
क्रेडाई ने अनुमान जताया है कि स्टील, सीमेंट आदि के दाम बढ़ने से मकानों की निर्माण लागत में इजाफा हुआ है। इस कारण अगले कुछ समय तक मकानों की कीमतों में 10-20 फीसदी बढ़ोतरी दिख सकती है।
पटोदिया ने कहा, मकानों के दाम बढ़ने का मतलब यह नहीं होगा कि बिल्डरों की कमाई में इजाफा हो रहा है, क्योंकि निर्माण लागत पहले ही 15 फीसदी बढ़ चुकी है। स्टील-सीमेंट के दाम पिछले कुछ सप्ताह में 50 फीसदी तक बढ़े हैं। ऐसे में क्षेत्र को दबाव से निकालने के लिए राहत पैकेज की जरूरत है।
ई-फार्मेसी 1एमजी में बड़ी हिस्सेदारी खरीदेगी टाटा, रिलायंस-अमेजन को टक्कर
डिजिटल बाजार में पहुंच बनाने की कोशिश कर रही टाटा ने अब दवाओं की होम डिलीवरी करने वाली ई-फार्मेसी कंपनी 1एमजी में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने का एलान किया है। टाटा की अनुषंगी कंपनी टाटा डिजिटल ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह कदम ऑनलाइन बाजार में विस्तार रणनीति का हिस्सा है।
टाटा डिजिटल के सीईओ प्रतीक पाल ने कहा, इस डील के जरिये ग्राहकों को मेडिकल जांच और डॉक्टरों का परामर्श भी घर बैठे उपलब्ध होगा। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि टाटा और 1एमजी की यह डील ई-फार्मेसी बाजार में रिलायंस और अमेजन के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ा देगी। एजेंसी
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