न्यूज़ डेस्क : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज के ओएसडी तुषार पांचाल को लेकर शुरू हुए सियासी घमासान के अब थमने के आसार लग रहे हैं। दरअसल, तुषार ने खुद ही ओएसडी बनने से इनकार कर दिया है। माना जा रहा है कि विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए सवालों के मुद्देनजर तुषार ने यह फैसला किया। बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तुषार पांचाल को अपना नया ओएसडी नियुक्त किया था, जिसका आदेश सोमवार (7 जून) रात जारी किया गया।
गौरतलब है कि तुषार मुंबई के रहने वाले हैं और साल 2015 से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सोशल मीडिया संभाल रहे हैं। उन्हें संविदा के आधार पर ओएसडी नियुक्त किया गया था। तुषार को यह जिम्मेदारी मिलते ही मध्यप्रदेश में राजनीतिक घमासान शुरू हो गया था।
तुषार के ओएसडी बनते ही कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेर लिया। इसके बाद कांग्रेस ने तुषार के कुछ पुराने ट्वीट शेयर कर दिए, जिनमें उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ लिखा था। कांग्रेस ने लिखा था कि शिवराज ने छेड़ी मोदी के खिलाफ जंग। मोदी के घोर विरोधी को बनाया ओएसडी। सोशल मीडिया पर मोदी की खिल्ली उड़ाने, उनके कद को छोटा करने और बीजेपी के सिद्धांतों पर अनर्गल टिप्पणी करने वाले को शिवराज ने अपना ओएसडी बनाया है।
बता दें कि तुषार सीएम शिवराज के साथ 2015 से जुड़े हुए हैं। 2018 में विधानसभा चुनाव के अभियान की जिम्मेदारी भी तुषार के पास ही थी। 18 महीने के लिए मध्यप्रदेश में जब भाजपा सत्ता से बेदखल हुई, तब तुषार ही शिवराज का सोशल मीडिया संभाल रहे थे। उस दौरान वह कमलनाथ के खिलाफ अभियान चला रहे थे। इसके बाद शिवराज चौथी बार सत्ता में लौटे तो तुषार पंचाल भी उनके साथ थे।
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