न्यूज़ डेस्क : कोरोना टीकाकरण में कुछ ऐसे मामले भी सामने आए जिसमें एक व्यक्ति को पहली खुराक कोविशील्ड की तो दूसरी खुराक कोवाक्सिन की लगा दी गई। अब अलग-अलग टीके लगने के बाद कई लोगों ने हंगामा भी कर दिया, वहीं अब यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस तरह से टीका लगाना सही है या नहीं। जानिए सरकार ने इस बारे में क्या जानकारी दी है…
नीति आयोग के सदस्य(स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि एक व्यक्ति को पहली खुराक दूसरे टीके की और दूसरी खुराक किसी और टीके लगाना वैज्ञानिक और सैद्धांतिक रूप से यह संभव है। लेकिन इसकी सिफारिश करना अभी ठीक नहीं है क्योंकि यह स्थिति अभी विकसित हो रही है। अभी इसके बारे में पुख्ता प्रमाण नहीं हैं और आने वाले समय में ही यह पता चल सकेगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में दोनों खुराकों के लिए एक ही प्रकार के टीके दिए जाने हैं। हमें सरकार के एसओपी पर ध्यान देने की जरूरत है। पॉल ने कहा कि टीकों के मिश्रण पर अंतरराष्ट्रीय शोध चल रहा है क्योंकि सकारात्मक प्रभाव की संभावना भी प्रशंसनीय है लेकिन हानिकारक प्रतिक्रिया से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। यह एक अनसुलझा वैज्ञानिक प्रश्न है और विज्ञान ही इसे सुलझाएगा।
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