न्यूज़ डेस्क : विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद केरल सरकार ने राज्य में बढ़ते कोरोना केसों को रोकने के लिए पाबंदियां बढ़ाने की घोषणा की है। बुधवार को मुख्य सचिव वीपी जॉय ने कोर कमिटी की बैठक बुलाई और पुलिस व स्वास्थ्य अधिकारियों को निगरानी बढ़ाने के साथ सोशल डिस्टेंशिंग जैसे नियमों को सख्ती से लागू कराने को कहा।
कोर कमिटी की बैठक के बाद राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया, ”कोर कमिटी ने पूरे राज्य में सर्तकता बढ़ाने का फैसला किया है। पाबंदियों को लागू करने के लिए स्पेशल मैजिस्ट्रेट्स की तैनाती होगी। दूसरे राज्यों और विदेशों से आ रहे लोगों को एक सप्ताह तक क्वारंटाइन किया जाएगा।”
राज्य सरकार ने सभी पोलिंग एजेंट्स और चुनावी प्रक्रिया में शामिल हुए अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना जांच कराने को कहा है। राज्य को नियमों को सख्ती से लागू करने को का आदेश ऐसे समय में देना पड़ा है जब पिछले दिनों सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कोरोना नियमों की परवाह किए बिना प्रचार पर ध्यान दिया। कई चुनावी रैलियों में 25 हजार से अधिक लोग शामिल हुए। हालांकि, चुनाव आयोग ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए थे, लेकिन राजनीतिक दलों के लिए चुनावी रैली ताकत दिखाने का मौका था।
राज्य ने टेस्टिंग बढ़ाने का भी फैसला किया है, जिसमें आरटी-पीसीआर पर जोर दिया जाएगा। राज्य के स्वास्थ्य सचिव रंजन कोबरागाडे ने कहा कि अब तक कुल 36,21,458 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 4,32,396 लोग दोनों डोज ले चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में वैक्सीन की कमी नहीं है और पर्याप्त स्टॉक है।
इस बीच बुधवार को राज्य में कोरोना के 3502 नए केस मिले। राज्य में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की दर 5.78 फीसदी है। 24 घंटे में राज्य में 16 लोगों की इस वायरस ने जान ले ली है। अब तक यहां कुल 4710 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हो चुकी है।
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