न्यूज़ डेस्क : प्राइसवाटरहाउस कूपर्स (PwC) द्वारा तयार की गई मीडिया और मनोरंजन उद्योग में वृद्धि की संभावनाओं पर एक रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2024 तक भारतीय मनोरंजन और मीडिया सेगमेंट 10.1 फीसदी की दर से बढ़ेगा और 55 अरब डॉलर तक हो जाएगा।
पीडब्ल्यूसी ग्लोबल एंटरटेनमेंट और मीडिया आउटलुक 2020-2024 ने कोरोना वायरस महामारी के बाद के क्षेत्र में के आकार की रिकवरी की संभावना व्यक्त की है की और कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स, इंटरनेट विज्ञापन, वीडियो, गेम और ई-स्पोर्ट्स सेगमेंट में मजबूत वृद्धि रहेगी। साथ ही यह भी कहा कि विश्व स्तर पर, डिजिटल राजस्व का 2020 तक कुल मनोरंजन और मीडिया राजस्व में 60 फीसदी का योगदान होने की उम्मीद थी।
भारत में ओटीटी वीडियो में सबसे ज्यादा वद्धि की उम्मीद है और 2024 तक इसके 5.2 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है। इंटरनेट विज्ञापन में भी भारी वृद्धि हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एडमिशन के मामले में भारत दुनिया का सबसे बड़ा सिनेमा बाजार बना रहेगा।
महामारी के दौरान उपभोक्ताओं के व्यवहार में बदलाव आया है, डिजिटल व्यवधान बढ़ा है। इस संदर्भ में पीडब्ल्यूसी इंडिया मनोरंजन और मीडिया के पार्टनर और लीडर राजीव बासु ने कहा कि, ‘हमारे शोध से पता चलता है कि शुद्ध उपभोक्ता राजस्व के मामले में भारत दुनिया भर में सबसे तेजी से बढ़ता मनोरंजन और मीडिया बाजार है।’
साथ ही PwC आउटलुक ने यह भी कहा कि कंपनियों को डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर रिलेशन बनाना चाहिए, प्रतिस्पर्धा के लिए पर्याप्त स्केल की पेशकश करनी चाहिए और सही तकनीकों का उपयोग करके अधिक से अधिक मूल्य अनलॉक करना चाहिए।
महामारी के बाद, भारत ओटीटी वीडियो सेगमेंट में दुनिया के किसी भी बाजार में सबसे अधिक क्षमता रखता है और इसके विकास की दर दक्षिण कोरिया, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के कुल ओटीटी वीडियो राजस्व के पार जा सकती है। साल 2024 में यह छठा सबसे बड़ा बाजार बन सकता है।
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