बरेली । पिता तुल्य चचेरे ससुर ने एक महिला को उसके ही घर में हवस का शिकार बना लिया। महिला ने पति को आपबीती बताई तो बीवी के सम्मान की लड़ाई लडऩे के बजाय तीन तलाक बोलकर घर से निकाल दिया।
इस दौरान पति को साढ़े पांच साल के बीमार बेटे पर भी तरस नहीं आया। यह मामला कल परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा तो केंद्र से मामले की फाइल मुकदमा दर्ज करने के लिए एसएसपी दफ्तर भेज दी गई।
24 वर्षीय महिला की शादी पांच फरवरी, 2011 को सूफी टोला के एक युवक से हुई थी। पति पेशे से ड्राइवर है। महिला का आरोप है पति अक्सर गाडिय़ों पर लंबे टूर पर जाता है। नौ सितंबर की शाम चचेरे ससुर कमरे में घुस आया और दुष्कर्म किया। सास और पति को घटना के बारे में बताया तो उसे ही कमरे में बंद कर दिया। तीन दिन तक बंधक बनाकर उसकी पिटाई की और मुंह न खोलने की धमकी दी। जानकारी महिला के पिता को मिली। वह दामाद को समझाने पहुंचे, लेकिन पति ने तीन तलाक बोलकर रिश्ता खत्म कर दिया। उसे बीमार बेटे के साथ घर से निकाल दिया।
एसएसपी ने भेजा था परिवार परामर्श केंद्र
महिला ने 14 सितंबर को एसएसपी कार्यालय में शिकायत की। मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा। दोनों पक्षों को बुलाया गया।
काउंसलर खलील कादरी ने दोनों पक्षों को कानून और मजहबी मान्यताओं के आधार पर साथ रहने को रजामंद करने की कोशिश की, लेकिन पति ने बीवी को साथ रखने से मना कर दिया। अब महिला थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए प्रकरण वापस एसएसपी ऑफिस भेजा गया है।
News Source: jagran.com
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