इंदौर के मरीजों में कोरोना की वजह से सूंघने और स्वाद लेने की क्षमता घटी

न्यूज़ डेस्क : मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों में नया मोड़ सामने आया है। इंदौर के डॉक्टर का कहना है कि इंदौर के मरीजों में कोरोना की वजह से सूंघने और स्वाद की चेतना कम हो रही है। एक सरकारी अधिकारी ने भी इस बात की पुष्टि की है। 

 

 

अधिकारी का कहना है कि जिले के कुल मरीजों में से 50 फीसदी मरीजों का कहना है कि उनकी सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आई है। हालांकि अधिकारी ने कहा कि कोरोना के ये लक्षण अस्थाई है। श्री ऑरोबिंदो इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस  के चेस्ट डिसीज के विभागीय अध्यक्ष डॉ रवि दोसी ने कहा कि इन दिनों कोरोना के नए मरीजों में से 50 फीसदी मरीजों ने माना है कि इलाज के दौरान उनकी सूंघने और स्वाद चखने की क्षमता घटी है।

 

 

डॉ दोसी ने अब तक चार हजार मरीजों की निगरानी की है, उनका कहना है कि मार्च और जून के बीच, ऐसे लक्षण वाले मरीजों की संख्या कम थी लेकिन पिछले 20 दिनों में ऐसे मरीजों की संख्या में एक दम उछाल आया है, जो ये शिकायत कर रहे हैं कि कोरोना के इलाज के दौरान उनकी सूंघने और स्वाद चखने की शक्ति कमजोर हुई है।

 

डॉ रवि दोसी के मुताबिक औसतन 100 मरीज जो कोविड-19 संदिग्ध हैं, श्री ऑरोबिंदो इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में भर्ती किए जा रहे हैं। डॉक्टर का कहना है कि इन कोविड-19 लक्षणों से नए मरीजों के बारे में पता लगा पाना आसान हो रहा है। जागरुकता होने के कारण, जिन मरीजों में ये लक्षण हैं वो खुलकर सामने आ रहे हैं और अपना टेस्ट करा रहे हैं। 

 

डॉ दोसी का कहना है कि जिन मरीजों में ये शिकायत देखी जा रही है, उनमें तीन हफ्तों में रिकवरी भी हो रही है। डॉक्टर का कहना है कि ऐसा कोई भी मरीज सामने नहीं आया है जिसने कोरोना से पूरी तरह से ठीक होने के बाद अपनी सूंघने और स्वाद चखने की चेतना को हमेशा के लिए खो दिया हो।

 

श्री ऑरोबिंदो इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एक निजी अस्पताल है, जिसे मध्य प्रदेश सरकार ने कोविड-19 की सुविधा के लिए उपलब्ध करा दिया है। इंदौर में कोविड-19 केयर के लिए ये सबसे बड़ा अस्पताल है। जिले में कोविड-19 मरीजों और बचाव के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी डॉ अमित मालाकर का कहना है कि इंदौर में अलग-अलग अस्पताल में इलाज करा रहे 40-50 फीसदी मरीज ये शिकायत कर चुके हैं। 

 

हालांकि ये लक्षण अस्थाई हैं और समय के साथ वापस आ जाते हैं। जून में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के नए लक्षणों में सूंघने और स्वाद चखने की क्षमता कम होने को शामिल किया था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में कोरोना के 7,058 मामले हैं, जिसमें से 306 मरीजों की जान जा चुकी है जबकि 4,758 मरीज ठीक हो चुके हैं।

 

Comments are closed.