न्यूज़ डेस्क : भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी परियोजना कटड़ा-बनिहाल रेलवे ट्रैक पर पहला केबल रेल ब्रिज मार्च 2022 तक बन कर तैयार हो जाएगा। इस दो भाग काम पूरा हो चुका। अंतिम भाग पर काम जल्द शुरू होगा। यह देश का पहला केबल रेल पुल होगा, जिसकी लंबाई 473.25 मीटर है।
केबल पर टिके इस पुल के जरिये कटरा से सीधे श्रीनगर के लिए ट्रेन चलाई जा सकेगी। केबल पर टिका लक्ष्मण झूला तो ज्यादातर लोगों ने देखा होगा, लेकिन अब इसी तरह के केबल पर टिके ब्रिज पर रेलवे की पटरी बिछाकर ट्रेन चलाई जाएगी। सामरिक दृष्टि से भी यह पुल बेहद खास है। इससे जम्मू-कश्मीर के विकास के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह ब्रिज चिनाब नदी के ऊपर बनाया जा रहा है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पहाड़ियों से यह ब्रिज नदी के तल से 331 मीटर ऊंचा होगा। इसकी लंबाई 473.25 मीटर होगी। दिल्ली के कुतुबमीनार से यह ब्रिज 4 गुना ऊंचा होगा। रेलवे के इंजीनियर इस नायाब हवा में लटकने वाले अंजी ब्रिज को सपोर्ट देने के लिए 96 केबल का नेटवर्क बनाएंगे।
रेलवे का कहना है कि यह उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का नमूना होगा। तेज हवाओं और भयंकर तूफान में भी यह ब्रिज नहीं हिलेगा। अंजी ब्रिज जहां बन रहा है, उस जगह की पहाड़ी कच्ची है। ब्रिज के लिए एक ऊंचा पिलर बन रहा है, जिसके दोनों ओर केबल बांधा जाएगा। फिर डेक बिछाकर रेलवे ट्रैक बनाया जाएगा।
दो भाग का काम पूरा, अंतिम भाग का चल रहा काम
देश में लॉकडाउन के कारण पुल निर्माण तीन महीने के लिए रुक गया था, लेकिन अब फिर काम तेजी से चल रहा है और मार्च 2022 तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। पुल के निर्माण को तीन भागों में बांटा गया था, जिसमें दो भाग का काम पूरा हो चुका है और शेष एक भाग का काम जारी है।
पुल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मार्च 2022 तक रेल ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा। पुल के निर्माण को तीन भागों में बांटा गया है, इसमें दो भागों का काम पूरा हो चुका है। लॉकडाउन के कारण तीन महीने तक काम बंद रहा था। अब काम फिर शुरू हुआ है।
-आरके हेंगड़े, कार्यकारी निदेशक, कोकण रेलवे
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