मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को राज्य सरकार की पुलिस का नोटिस
अहमद पटेल ने दिया सचिन पायलट को न्याय का भरोसा
न्यूज़ डेस्क : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत क्या अपने पाले में गोल मार रहे हैं? कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी टीम भी इस सवाल का उत्तर ढूंढ रही है। सूत्र बताते हैं कि राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का नोटिस देखकर कांग्रेस अध्यक्ष का भी सिर चकरा रहा है।
10 जुलाई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद (अनुसंधान अधिकारी), एटीएस, जयपुर राजस्थान का यह नोटिस कांग्रेस अध्यक्ष के गले के नीचे नहीं उतर रहा है। इसमें आईपीसी की धारा 120 बी और 124ए के तहत उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से बयान दर्ज कराने को कहा गया है। इसमें उपमुख्यमंत्री से अपेक्षा की गई है कि वह स्थान, समय की जानकारी दे दें, ताकि उनका बयान लिया जा सके।
इसी तरह का नोटिस एसओजी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास भी भेजा है। नोटिस का संबंध राजस्थान की सरकार अपदस्थ करने के प्रयास और इसकी जांच से है। अजीब सी स्थिति है। राज्य सरकार की पुलिस ने अपने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को नोटिस भेजकर उनका पक्ष दर्ज कराने का आग्रह किया है। यह नोटिस कांग्रेस के दो वरिष्ठ अधिकवक्ताओं को भी समझ में नहीं आ रहा है। कांग्रेस के पार्टी के एक पूर्व महासचिव ने तंज कसा है। उनका कहना है कि अशोक गहलोत पुराने जादूगर है। उन्हें कम से कम यहां ऐसी जादूगरी नहीं करनी चाहिए।
कांग्रेस पार्टी की एक महिला नेत्री मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच छिड़ी वर्चस्व का हवाला देकर कुछ भी टिप्पणी नहीं करना चाहती। राहुल गांधी के कार्यालय से जुड़े एक युवा नेता को भी इस तरह के नोटिस का अर्थ कम समझ में आ रहा है। वसुंधरा राजे सरकार के समय प्रदेश में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाले एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर का कहना है कि इसी का नाम राजनीति है। जितना सुलझाइए, उतना उलझी रहती है।
अहमद पटेल ने दिया सचिन पायलट को भरोसा : बताते हैं कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने सचिन पायलट को भरोसा दिलाया है। उन्होंने सचिन पायलट को एहसास कराते हुए कहा कि कांग्रेस उनके महत्व और राजस्थान में योगदान को समझती है। वह चिंता न करें और उनके सम्मान को ठेस नहीं पहुंचेगी। बताते हैं अहमद पटेल से भरोसे के सचिन पायलट की उम्मीदों को पंख लगे हैं।
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