बाबा बर्फानी की आरती का सीधा प्रसारण होगा इस बार दूरदर्शन पर

-बोर्ड के अध्यक्ष ने स्पष्ट किया, सही समय पर यात्रा के संबंध में की जाएगी घोषणा

-अगले सप्ताह तक बालटाल और नीलग्राथ में तैयार होगा हैलीपैड, बालटाल ट्रैक 80 फीसदी तक क्लियर

-बालटाल ट्रैक पर सात में से पांच पुल बनकर तैयार, सभी सेवा प्रदात्ताओं का किया गया सत्यापन

 

न्यूज़ डेस्क : कोरोना संकट के बीच पहली बार बाबा बर्फानी की आरती का सीधा प्रसारण किया जाएगा। पांच जुलाई (व्यास पूर्णिमा) से 3 अगस्त (रक्षाबंधन) तक सुबह व शाम दोनों वक्त की आरती का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण होगा। पवित्र गुफा से 1.2 किलोमीटर दूर निचली गुफा के पास नया हैलीपैड बनाया जा रहा है। पहलगाम डेवलपमेंट अथॉरिटी को 30 जून तक इसका काम पूरा कर लेने को कहा गया है। हालांकि, यात्रा कब से शुरू होनी है तथा इसका स्वरूप क्या होगा यह अभी श्राइन बोर्ड की ओर से जारी नहीं किया गया है, लेकिन बोर्ड के अध्यक्ष व उपराज्यपाल ने स्पष्ट किया है कि यात्रा के संबंध में सही समय पर घोषणा की जाएगी।

 

उप राज्यपाल जीसी मुर्मू ने मंगलवार को राजभवन में उच्च स्तरीय बैठक कर अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि पारंपरिक बालटाल ट्रैक को 80 फीसदी तक क्लियर कर लिया गया है। इस ट्रैक पर सात में से पांच पुल शुरू कर दिए गए हैं। सभी सेवा प्रदाताओं का पुलिस ने सत्यापन कर लिया है। वे सेवाएं देने के लिए तैयार भी हैं। श्राइन बोर्ड के सीईओ बिपुल पाठक ने बताया कि पवित्र गुफा में शिविर पहले से ही स्थापित है। बर्फ हटाने का काम पूरा हो चुका है। बेस कैंप बालटाल और नीलग्राथ हैलीपैड अगले सप्ताह तक तैयार कर लिया जाएगा। उपराज्यपाल के सलाहकार बशीर अहमद खान ने विभिन्न विभागों द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी। मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने यात्रा के लिए नोडल विभाग श्राइन बोर्ड व पर्यटन विभाग से यात्रा के लिए आवश्यक सभी सुविधाओं व व्यवस्थाओं को पूरा करने को कहा। बैठक में विभिन्न विभागों के आयुक्त सचिव व प्रशासनिक सचिव उपस्थित थे। 

 

सभी बुनियादी सुविधाओं का करें प्रबंध : उपराज्यपाल ने बोर्ड और संबंधित विभागों से यात्रा के लिए जरूरी सभी बुनियादी सुविधाओं का प्रबंध करने को कहा। स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, राशन, एलपीजी आपूर्ति, बिजली, पेयजल, सुरक्षा व्यवस्था, दूरसंचार, आपदा प्रबंधन आदि सहित सभी बुनियादी तैयारियों को सुनिश्चित करने पर जोर दिया। 

 

 

बालटाल से ही यात्रा तय : बैठक में जिस तरह बालटाल ट्रैक को क्लियर करने की बात कही गई है, उससे साफ है कि कोविड संकट के बीच बालटाल ट्रैक से ही यात्रा करवाई जाएगी। यात्रा को 21 जुलाई से शुरू करने की बात अभी तक सामने आ रही है। बालटाल ट्रैक से यात्रा करवाने की सूरत में सीमित यात्रियों को ही भेजा जाएगा। कोरोना महामारी के चलते अभी तक अमरनाथ अग्रिम यात्री पंजीकरण प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। यात्रा को 23 जून से शुरू किया जाना प्रस्तावित था।

 

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