26 जून को सवा करोड़ श्रमिकों को एक साथ रोजगार देगी योगी सरकार, प्रधानमंत्री करेंगे शुभारंभ

 – मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर तैयार हुई कार्ययोजना, मोदी छह जिलों के श्रमिकों से करेंगे बात 

– पीएम गरीब कल्याण रोजगार योजना में मनरेगा, एसएचजी व एमएसएमई की होगी हिस्सेदारी

 

न्यूज़ डेस्क : योगी आदित्यनाथ सरकार 26 जून को सवा करोड़ स्थानीय व प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने का सबसे बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से नई दिल्ली से इस अभियान का शुभारंभ करेंगे। अकेले 65 लाख श्रमिक मनरेगा योजना के अंतर्गत उस दिन काम शुरू करेंगे। 

 

प्रधानमंत्री ने प्रवासी श्रमिकों के लिए शुरू किए गए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारंभ 20 जून को बिहार से किया था। यूपी ने इस अभियान के अंतर्गत सबसे अधिक लाभ उठाने के लिए सवा करोड़ लोगों को रोजगार देने की योजना तैयार की है। 

 

 

प्रधानमंत्री इस रोजगार अभियान का शुभारंभ करते समय गोरखपुर, गोंडा व जालौन सहित 6 जिलों के लाभार्थियों से बात भी करेंगे। मुख्यमंत्री योगी लखनऊ से शुभारंभ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसमें मनरेगा श्रमिक, स्वयं सहायता समूह व इस अभियान से जोड़े गए विभिन्न कार्यों से जुड़े लाभार्थी शामिल होंगे। 

 

 

कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन की वजह से प्रदेश में 35 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक लौटे हैं। प्रदेश सरकार ने अब तक 34.23 लाख श्रमिकों की स्किल मैपिंग का काम पूरा कर लिया है। एमएसएमई विभाग ने 11 लाख श्रमिकों को रोजगार दिलाने के लिए आईआईए सहित कई औद्योगिक संगठनों के साथ एमओयू किया था। 25 करोड़ रुपये तक आउटस्टैंडिंग वाली एमएसएमई इकाइयों को उनके आउटस्टैंडिंग का 20 प्रतिशत बिना किसी गारंटी ऋण दिलाने व मुद्रा योजना के तहत नए लाभार्थियों को ऋण दिलाने का काम भी चल रहा है। इस अभियान के तहत प्रवासी व स्थानीय दोनों ही तरह के श्रमिकों को रोजगार दिलाया जाएगा। अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास व पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह ने इस कार्यक्रम की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की तैयारी चल रही है।

 

अभियान के पहले दिन 65 लाख श्रमिक एक साथ शुरू करेंगे काम : प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत अकेले मनरेगा योजना के तहत गोंडा, बलरामपुर सहित 31 जिलों के लिए करीब 900 करोड़ रुपये की कार्ययोजना तैयारी की है। अभियान के पहले दिन एक साथ करीब 65 लाख लोगों को एक साथ रोजगार देने की तैयारी है। यह अभियान 125 दिनों तक चलेगा। इससे स्थानीय स्तर पर करीब 60 हजार परिसंपत्तियों का निर्माण होगा और 873.87 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। अगले चार महीने में सरकार मनरेगा के अंतर्गत करीब 4800 करोड़ रुपये खर्च कर लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है। 

 

इन जिलों में शुरू होगा अभियान : गोंडा, बलरामपुर, अंबेडकर नगर, अमेठी, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बांदा, बस्ती, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर,  गोरखपुर, हरदोई, जालौन, जौनपुर, कौशांबी, खीरी, कुशीनगर, महराजगंज, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रायबरेली, संतकबीर नगर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सुल्तानपुर, उन्नाव व वाराणसी। 

 

केंद्र ने पीएम केयर फंड से यूपी को दिए 52 करोड़ : केंद्र सरकार ने पीएम-केयर फंड से यूपी को 52 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। यह रकम प्रवासी श्रमिकों की देखभाल व सहायता में खर्च की जाएगी। केंद्र सरकार ने पीएम-केयर फंड से 1000 करोड़ रुपये राज्यों के बीच आवंटन के लिए प्रदेश सरकार से अलग अकाउंट की जानकारी मांगी थी। राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण ने इसके लिए एक अलग अकाउंट खोला था। अब केंद्र सरकार ने पीएम केयर फंड से यूपी को 52 करोड़ 51 लाख 99 हजार 410 रुपये का आवंटन किया है। यह रकम प्रवासी श्रमिकों के कल्याण के तहत उनके ठहरने, भोजन व्यवस्था, इलाज व परिवहन मद में खर्च की जा सकेगी।

 

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