कामना पाठक ने लाॅकडाउन में स्पेशल खीर के साथ इंदौर स्थित अपने घर मनाया अपना बर्थडे 

न्यूज़ डेस्क : जन्मदिन हममें से कई लोगों के लिये बेहद खास दिन होता है और आमतौर पर इस मौके पर एक परफेक्ट पार्टी देने की तैयारी हम महीनों पहले से शुरू कर देते हैं। पार्टी में आने वाले लोगों की लिस्ट बनाने से लेकर परफेक्ट ड्रेस और केक चुनने तक, हम इस दिन को हमारी जिंदगी का सबसे खास दिन बनाना चाहते हैं। हालांकि, मौजूदा लाॅकडाउन की बात करें, तो इस दौरान कई लोग अपने खास दिन पर कोई बड़ा जश्न नहीं मना पायें और हमारी अपनी कामना पाठक भी इनमें से एक हैं। 
कामना के लिये उनका जन्मदिन हमेशा से ही खास रहा है। वह अपने दोस्तों और शुभ-चिंतकों के साथ अपना बर्थडे मनाती आई हैं, लेकिन इस साल उन्होंने इस खास दिन का बेहद छोटा सा जश्न मनाया। एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की राजेश उर्फ कामना पाठक ने चार सालों के बाद अपने परिवार के साथ इंदौर में है यहाँ अपने घर के  लोगों के साथ अपना जन्मदिन मनाया। अपने काम की वजह से वह पिछले चार सालों से अपने परिवार से दूर रह रही थीं। अपने लाॅकडाऊन बर्थडे के बारे में बताते हुये, कामना ने कहा, ‘‘मुझे बहुत समय से अपनी मां के हाथों से बनाई गई स्पेशल खीर की कमी खल रही थी और इस साल मेरी खुशनसीबी है कि मैं अपना जन्मदिन इंदौर में अपने पूरे परिवार के साथ मना रही हूं। मुझे अपने दोस्तों के साथ समय बिताना बहुत अच्छा लगता था,लेकिन मैं यह भी चाहती थी कि इस तरह के खास दिनों पर मैं अपने परिवार के साथ कुछ प्यार भरे लम्हें बिता पाऊं। इस साल केक काटने के बजाय, मैं खीर खाकर अपना जन्मदिन मनाने वाली हूं। और यह वाकई में न सिर्फ मेरे लिये, बल्कि मेरे पूरे परिवार के लिये एक यादगार दिन होगा।‘‘ 
बर्थडेज अपने दोस्तों से मिलने और उनके साथ मौज-मस्ती करने का दिन होता है। कामना ने बताया कि उनके बेस्ट फ्रेंड्स इस बात का ख्याल रखते हैं कि वे हर साल उनके जन्मदिन पर आ पायें। उन्होंने आगे कहा, ‘‘मेरी एक बेहद करीबी दोस्त हर साल मेरे लिये केक बनाती है और मेरे इस खास दिन में शामिल होने के लिये चंडीगढ़ से आती है। अफसोस है कि इस साल लाॅकडाउन की वजह से वह नहीं आ पाई, लेकिन उन्होंने मुझसे वादा किया है कि सबकुछ ठीक होने के बाद वह मुझे एक स्वादिष्ट केक जरूर खिलायेंगी। मेरे एक और दोस्त ने मुझे एक बार घर के आकार का एक केक भेजा था, क्योंकि मेरा सपना है कि एक दिन सपनों के शहर मुंबई में मेरा भी एक घर हो।‘‘ 

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