न्यूज़ डेस्क : रिलायंस इंडस्ट्रीज के फायदे में वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में भले ही भारी गिरावट आई है, लेकिन जियो के लिए आखिरी तिमाही बेहतरीन रहा। वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में जियो का शुद्ध लाभ (नेट प्रॉफिट) 177 फीसदी बढ़कर 2,331 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जियो से हुए फायदे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी को 840 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक, मुकेश अंबानी ने कहा, “हमें खुशी है कि हमने इन कठिन समय में अपने ग्राहकों के लिए कनेक्टिविटी और कामकाज को आसान बना दिया है। जियो का हर कर्मचारी ‘ग्राहक पहले’ की सोच से काम करने को प्रशिक्षित है। इससे ग्राहकों का भरपूर आशीर्वाद हमें मिल रहा है। हम अब लगभग 40 करोड़ भारतीयों की सेवा कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “जियो भारत में डिजिटल क्रांति का नेतृत्व कर रहा है। हमारी सेवाओं को ग्राहकों की तरफ से तहेदिल से अपनाया जाना हमें और अधिक बेहतर बनने के लिए प्रेरित करता है।
अंबानी ने कहा, “जियो दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल कंपनियों में से एक, फेसबुक के साथ विकास के अगले चरण पर चल पड़ी है। हम साथ मिलकर भारत को वास्तव में डिजिटल समाज बनाने के लिए दृढ़ संकल्प हैं। हम मनोरंजन, वाणिज्य, संचार, वित्त, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीकी क्षमताओं और सर्वश्रेष्ठ कनेक्टिविटि नेटवर्क के साथ बेहतरीन डिजिटल प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म देंगे।”
हालांकि, चौथी तिमाही में ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल कारोबार पर रिलायंस इंडस्ट्रीज को 38.7 फीसदी की गिरावट का सामना करना पड़ा है। इस दौरान कंपनी को ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल कारोबार पर कुल 6,348 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (नेट प्रॉफिट) हुआ है।कंपनी ने जनवरी-मार्च 2019 के बीच 10,362 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
रिलायंस ने 53,125 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू की घोषणा की, जो भारत में सबसे ज्यादा था। 1,257 रुपये की कीमत पर यह अनुपात 1:15 होगा।
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