नई दिल्ली: देश की आर्थिक विकाश दर तीन साल के अपने निचले स्तर पर पहुच गया है l ताज़ा आकड़ो के अनुसार चालू वित वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलु उत्पाद मे महज 5.7 फीसदी की वृद्धि हुए है l इस को नोटबंदी बंदी के अशर के रूप मे देखा जा रहा है l पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी जीडीपी में भी गिरावट का संकेत नोटबंदी के बाद लोकसभा मे दिया था l
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ो के मुताबिक पिछले वितवर्ष की आखिरी तींमाही मे अर्थ्वेवास्था मे 6.1 फीसदी की वृद्धि हुए थी l जबकी इस साल की सुरुवात मे जीडीपी 7.9 फीसदी थी l जानकारों का मानना है की जीडीपी पर नोटबंदी का यह अशर है और इसका अर्थवेवस्था पर इसका अशर लगातार पड़ता जा रहा है l साथ ही इसका एक कारण GST भी है क्योंकि पूरा बाज़ार इसको लेकर असमंजस की स्थिति में साथ साथ ही सभी ने अपना भण्डारण कम कर दिया और इस समय में उत्पादन भी कम होना मुख्य वजह माना जा रहा है l
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