पुणे की फ्लेम यूनिवर्सिटी में “हाई इंपैक्ट एंटरप्रेन्योरशिप और इनेवोशन” मे छात्रों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिला

पुणे, फरवरी 2020 :  पुणे की फ्लेम यूनिवर्सिटी में “हाई इंपैक्ट एंटरप्रेन्योरशिप और इनेवोशन” पर हुई कॉन्फ्रेंस का मंगलवार 18  फरवरी को हुई कॉन्फ्रेंस का सफलतापूर्वक समापन हुआ।

 

कॉन्फ्रेंस में कई सेशन आयोजित किए गए, जिसमें आईटी, एफएंड बी, स्वास्थ्य रक्षा और शिक्षा से जुड़े क्षेत्रों के विभिन्न आविष्कारकों, शिक्षाविदों, कारोबारियों, निवेशकों और इंडस्ट्री के एक्सपटर्स ने कई महत्वपूर्ण विषयों जैसे स्टार्टअप, निवेश, बड़े बिजनेस के निर्माण और उद्यमशीलता जैसे कई विषयों पर सलाह-मशविरा किया।

 

इस कॉन्फ्रेंस के अलावा फ्लेम यूनिविसर्टी में द सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप और इनोवेशन ने अपना बहुप्रतीक्षित पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम इन एंटरप्रेन्योरशिप और इनोवेशन लॉन्च किया। यह प्रोग्राम उन उभरते हुए कारोबारियों और पारिवारिक बिजनेस चलाने वाले कारोबारियों की मदद के लिए डिजाइन किया गया, जो अपने बिजनेस वेंचर्स को शुरू करने और उसे आगे बढ़ाने के लिए उपयुक्त अवसर की तलाश में है। आईसीईआरटीआईएस के सीटीओ और सहसंस्थापक मोनीष दर्डा ने कहा, “एक जीवंत अर्थवव्यवस्था की चरित्र और प्रकृति की मूल जड़ें उद्यमिता और नवीन आविष्कारों में ही निहित है।

 

आज जब भारत एक सुपरपावर के रूप में उभर रहा है, जो विश्व के भविष्य को प्रभावित कर रहा है। यह बहुत जरूरी हो गया है कि हम अपनी उस विशेष प्रकृति और चरित्र का पोषण करे, संरक्षण करें और उसका जश्न मनाएं। आज  पुणे में वह सारी विशेषताएं समाहित है, जो भारत के विकास के लिए अति आवश्यक है। यहां आपको कारोबारियों के अनुकूल इकोसिस्टम, समग्रता और शहर में मिलने वाली क्वॉलिटी एजुकेशन सभी कुछ मिलेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि पुणे की फ्लेम यूनिवर्सिटी की ओर से घोषित किया गया एंटरप्रेन्योर प्रोग्राम इस इकोसिस्टम को तो आगे बढ़ाएगा ही। इसके साथ ही दुनिया को बदलने की इच्छा रखने वाले कारोबारियों को आगे आने के लिए बढ़ावा देगा।”

 

फ्लेम यूनिवर्सिटी में एक साल का पीजीपीईआई का सिलेबस भी लॉन्च किया गया है, जिसके तहत इंडस्ट्री एक्सपटर्स, अनुभवी उद्यमियों, निवेशकों, ग्लोबल और लोकल स्टार्टअप्स की ओर से मिल-जुलकर कई वकर्शॉप आयोजित की गई। इसमें अमेरिका की बोस्टन, बेंगलुरु, दिल्ली, मुंबई और हुबली के कई स्टार्टअप शामिल है। इससे कारोबारियों को नए स्टार्टअप लॉन्च करने या अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए व्यवाहरिक अनुभव भी मिला। फ्लेम यूनिवर्सिटी के कैंपस में फ्लेम सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप और इनोवेशन के निदेशक श्री दर्शन दोषी की ओर से प्रेरणादायक संबोधन से यूनिवर्सिटी के युवा छात्रों को काफी प्रेरणा मिली। अगले 3 से 5 वर्षों में जिन बिजनेस और स्टार्टअप को 10 गुना ग्रोथ चाहिए। उनका उसी तरह से संचालन नहीं हो सकता, जिस रफ्तार से वह आज तक चलते आए हैं।

 

अपने बिजनेस से दुनिया पर असर छोड़ने के लिए हमें एक कारोबारी तरह सुलझा हुआ दिमाग और कौशल चाहिए। इसके अलावा कारोबार के दांवपेंच सीखने के लिए हमें अधिक अनुभवी बनना होगा और बिजनेस के संस्थापकों, बिजनेस लीडर्स और फैमिली बिजनेस चलाने वालों की सोच के अनुसार अपनी सोच को ढालना होगा। ये प्रोग्राम नया कारोबार शुरू करने वाले व्यक्तियों की जरूरतों के अनुसार ही सही ढंग से विकसित किया गया है। ये प्रोग्राम इसी नजरिये को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इससे यह प्रोग्राम अगली जेनरेशन में फैमिली बिजनेस संभालने वालों, व्यक्तियों या कॉरपोरेट जगत के उद्यमियों को ध्यान में रखकर विकसित किया है, जो एक बड़ा बिजनेस खड़ा करना चाहते हैं। हम अपना कारोबार बढ़ाने की भूख वाले मजबूत इरादों के लोगों की तलाश में हैं, जिनका मिशन अपने बिजनेस के तरीके से लाखों लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने का हो।” 

 

इस कॉन्फ्रेंस का आगाज डॉ. दिशान कामदार के शुरुआती संबोधन से किया गया। कॉन्फ्रेंस में मुख्य संबोधन आईसीईआरटीआईएस के सहसंस्थापक और सीटीओ श्री मोनीष दर्डा ने दिया, जिन्होंने पुणे से एक बिलियन डॉलर से ज्यादा के स्टार्टअप शुरू करने पर अपने विचार व्यक्त किए। इसके बाद समाज पर गहरा असर डालने वाले कारोबारियों, हाई इंपैक्ट वाले स्स्टार्टअप में निवेश करने, कैंपस में एंटरप्रेन्योरशिप और इनोवेशन पर पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया। इसके अलावा पुणे के महिला समुदाय के माध्यम से महिला कारोबारियों को सशक्त बनाने पर एक संबोधन दिया गया। इसके बाद फ्लेम के ओरिजन प्रोग्राम से शुरू होने वाले पांच स्टार्टअप्स के बारे में भी बताया गया।

 

 इस कॉन्फ्रेंस का समापन डॉ. द्वारका प्रसाद उन्याल के भाषण से हुआ। डॉ. उन्याल ने कहा, “हमारा विश्वास है कि हाई इंपेक्ट एंट्रिप्रेन्योरशिप और इनोवेशन को महत्वपूर्ण सफलता दो मुख्य कारणों से मिली, जिसमें एक तो ग्लोबल एक्सपटर्स को इस कॉन्फ्रेंस तक लाने की क्षमता से शिक्षा, उद्यमिता और अनुभव से सीखने के मोर्चे पर फ्लेम की मजबूत स्थिति की झलक मिली। दूसरे, कॉन्फ्रेंस में इंटरएक्टिव सेशन और डिस्कशन ने यूनिवर्सिटी के छात्रों  और टीचरों को अलग-अलग इंडस्ट्रीज में बेशुमार नाम कमा चुके अग्रणी कारोबारियों से खुलकर बातचीत करने की इजाजत दी। हम काफी खुश है कि हम इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सीखने के उच्च स्तर के अनुभव और नए अवसर भागीदारों को देने में सक्षम हुए।“ 

 

इस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए दूसरे पैनलिस्ट  और स्पीकर में फ्लेम यूनिवर्सिटी के मुख्य संरक्षक डॉ. अरविंद चिनचुरे, उपेखा के संस्थापक  श्री प्रसन्न कृष्णामूर्ति, उद्यमी श्री शशि चिमाला, टेस्टी बाइट के संस्थापक श्री रवि निगम, पीयूएलए पुणे लेडीज नामक संगठन की संस्थापक मिस सोनिया अग्रवाल कोनजेटी, प्रैक्सिफाई के संस्थापक श्री अभिजीत गुप्ता, स्वतंत्र निवेशक श्री सचिन ओसवाल, एलाकरिटी इंडिया के जनरल पार्टनर श्री गिरेन्द्र कसमालकर, विजिबल के संस्थापक विश्वास महाजन, फ्लेम यूनिवर्सिटी में एंटरप्रेन्योरशिप के चेयरमैन डॉ.भरत दमानी, उपोहन के संस्थापक श्री अद्वैत कुरलेकर, एलिफेंट डिजाइन के संस्थापक श्री अश्विनी देशपांडे, फ्लेम यूनिवर्सिटी में एंटरप्रेन्योरशिप के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अमरप्रीत एस. घूरा और स्वतंत्र निवेशक श्री विनीत पटनी शामिल थे।

 

श्री प्रसन्न कृष्णामूर्ति ने भारत में उद्यमिता पर कहा, “आज हमारे देश में उद्यमिता पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। आज बहुत बड़ी संख्या में लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं, जबकि नौकरियां दिन पर दिन कम होती जा रही हैं।  इस जाल से बाहर निकलने का सिर्फ एक ही तरीका है कि कारोबारी उच्च विकास क्षमता के बिजनेस का निर्माण करे, जिससे तरह-तरह की स्किल्स से जुड़े लोगों को जगह दी जा सके। कई छोटे बिजनेस इसलिए नहीं उभर पाते क्योंकि उनके संस्थापकों के पास अपने प्रॉडक्ट्स के लिए मार्केट की तलाश करने के उद्यमिता कौशल की कमी होती है, जिससे वह अपने प्रॉडक्ट्स के लिए मार्केट की तलाश नहीं कर पाते। फ्लेम यूनिवर्सिटी के पीजीपीईआई का फोकस विकास के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचने वाले बिजनेस का निर्माण करने पर केंद्रित है, जिनकी आधारभूत ढांचों का निर्माण के साथ आज हमारी अर्थव्सवस्था को जरूरत है, जो हमारे संस्थापकों की वास्तव में मदद कर सके।”

 

दिन भर चली इस कॉन्फ्रेंस में छात्रों और प्रतिनिधियों ने उद्यमियों और कारोबारियों की सफलता की कहानियों से काफी कुछ सीखा और उन्हें शेयर भी किय़ा। इसके अलावा उद्यमिता की शिक्षा के महत्व, चुनौतिय़ां और अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के टिप्स भी छात्रों को मिले। पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम इन एंटरप्रेन्योरशिप और इनोवेशन के बारे में और अधिक जानने के लिए कृपया को www.flame.edu.in विजिट करें। इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन की आखिरी तारीख 10 मार्च 2020 है और इसमें योग्य छात्रों को आँशिक से लेकर पूरी स्कॉलरशिप तक मिलती है।

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