न्यूज़ डेस्क : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाविकास आघाड़ी की सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर बुधवार को जोरदार हमला किया।
मुंबई से लगे पालघर में भाजपा कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘उद्धव ठाकरे ने अपने पिता बाला साहब ठाकरे को वचन दिया था कि वह राज्य में शिवसेना का मुख्यमंत्री कुर्सी पर बैठाएंगे। मगर, क्या उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस-एनसीपी की मदद से अपनी पार्टी का मुख्यमंत्री बनाएंगे?’
फडणवीस ने नाम लिए बिना इशारों में कहा कि अब महाराष्ट्र में सरकार को मातोश्री (ठाकरे निवास) से निर्देश नहीं मिलते बल्कि दिल्ली की ‘मातोश्री’ से आदेश आते हैं। उन्होंने कहा कि आज बाला साहब की आत्मा को दुख होता होगा।
शिवसेना पर लगाया विश्वासघात का आरोप
देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को सरकार बनाने का बहुमत दिया था। मगर शिवसेना ने उसे ठुकरा कर, दूसरों के साथ सरकार बना ली।
फडणवीस ने कहा कि राज्य की सरकार में आने के बाद शिवसेना ने किसानों से भी धोखा किया। सभी किसानों को पूर्ण कर्ज माफी का वादा किया गया था। मगर कुछ किसानों को ही एक तय रकम की माफी दी गई।
महाराष्ट्र सरकार में पवार के दखल से शिवसैनिक नाराज
महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के दखल से शिवसैनिक नाराज हैं। उन्होंने नाराजगी खुलकर व्यक्त करनी शुरू कर दी है। सरकार बनने के एक महीने बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंत्रिमंडल विस्तार किया था, जिसके बाद हर तरफ नाराजगी के स्वर उठने लगे।
खासतौर पर शिवसेना के नाराज विधायकों को समझाना उद्धव के लिए समस्या है। खबर है कि इन विधायकों ने उद्धव से मिलने का समय मांगा है। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में शरद पवार के हस्तक्षेप ने शिव सैनिकों को खास तौर पर नाराज किया।
उनमें इस बात की भी नाराजगी है कि पवार ने अपनी जोड़ तोड़ की ताकत से अहम मंत्रालय एनसीपी नेताओं को दिला दिए। शिवसेना सांसद संजय राउत की नाराजी पहले ही सामने आ चुकी है। अब प्रताप सरनाईक, भास्कर जाधव और भावना गवली भी खुल कर बोल रहे हैं।
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