दो बिजली परियोजना में 3500 को मिलेगा रोजगार, शाह ने किया मॉडल का अवलोकन

न्यूज़ डेस्क: हिमाचल में एसजेवीएन की 210 मेगावाट की लूहरी चरण एक और 66 मेगावाट की धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजना में 3500 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। दोनों परियोजनाओं की शुक्रवार को शिमला में ग्राउंड ब्रेकिंग हुई। गृह मंत्री ने दोनों परियोजनाओं के मॉडल का पीटरहॉफ में अवलोकन किया।

 

 एसजेवीएन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने गृह मंत्री अमित शाह को परियोजनाओं के मॉडल को दर्शाते हुए बताया कि यह दोनों परियोजनाएं पूरे राज्य के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।

210 मेगावाट की लूहरी चरण एक जलविद्युत परियोजना कुल्लू और शिमला जिलों में सतलुज नदी पर स्थित हैं, जबकि 66 मेगावाट की धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजना हमीरपुर तथा कांगड़ा जिलों में ब्यास नदी पर स्थित है।

210 मेगावाट की लूहरी चरण एक जलविद्युत परियोजना के पूरा होने पर सालाना 758 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन होगा। 66 मेगावाट की धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजना की सालाना 247 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन करने की क्षमता है।

 

2395 करोड़ का निवेश होगा : 

इन दोनों परियोजनाओं के निर्माण से लगभग 2395 करोड़ का निवेश होगा। गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय विद्युत क्षेत्र तथा हिमाचल के विकास में एसजेवीएन के योगदान की सराहना भी की। 

नंदलाल शर्मा ने गृह मंत्री को बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के दौरान एसजेवीएन ने आठ जलविद्युत परियोजनाओं के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। ये परियोजनाएं हिमाचल में सतलुज, ब्यास तथा चिनाब नदी बेसिनों में स्थित हैं।


इन परियोजनाओं के निष्पादन के लिए 24000 करोड़ का निवेश किया जाएगा। इससे 11950 लोगों के लिए रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस अवसर पर एसजेवीएन के निदेशक विद्युत आरके बंसल, निदेशक कार्मिक गीता कपूर भी मौजूद रहे।

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