न्यूज़ डेस्क : नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बृहस्पतिवार को उपद्रव, आगजनी और पुलिस पर हमला करने के मामले में अलग-अलग थानों में 11 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि 3500 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर है। फिलहाल 200 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। बाकी उपद्रवियों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज, मोबाइल कैमरों से बनाए गए वीडियो और फोटोग्राफ देखे जा रहे हैं।
एसएसपी ने बताया कि सबसे ज्यादा चार मुकदमे ठाकुरगंज कोतवाली में दर्ज कराए गए। इसमें फायरिंग में मारे गए मो. वकील के पिता सरफुद्दीन की तरफ से अज्ञात बदमाश के खिलाफ एक मुकदमा है जबकि दो मुकदमे सतखंडा चौकी के प्रभारी राहुल द्विवेदी व हुसैनाबाद चौकी के प्रभारी कैलाश नाथ त्रिवेदी की तरफ से हैं। चौथा मुकदमा हुसैनाबाद मस्जिद के मुतवल्ली कामिल की तरफ से अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ है।
हसनगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर अमरनाथ वर्मा ने मदेयगंज पुलिस चौकी में तोड़फोड़, आगजनी और हिंसा के आरोप में ओसामा सिद्दीकी समेत 11 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस किया है। इसके अलावा फायर स्टेशन अफसर के चालक राजकिशोर सिंह ने 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ व इंस्पेक्टर कैसरबाग डीएन मिश्रा ने 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर कराई है।
जबकि हजरतगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार कुशवाहा ने शमीम अहमद समेत 34 लोगों को नामजद करते हुए रिपोर्ट की है। दूसरी एफआईआर एक इलेक्ट्रॉनिक चैनल के प्रतिनिधि अशोक कुमार ने दर्ज कराई है। अशोक ने अज्ञात उपद्रवियों पर ओवी वैन व अन्य वाहन जलाने, लैपटॉप तोड़ने समेत अन्य आरोप लगाए हैं।
कैसरबाग कोतवाली में इंस्पेक्टर दीनानाथ मिश्रा ने 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा, आगजनी, धारा 144 के उल्लंघन और आगजनी के आरोप में केस किया है जबकि वहीं के सिपाही रोहित कुमार ने अपनी बाइक फूंकने वालों के खिलाफ एक केस किया है। ठाकुरगंज पुलिस ने बताया कि सभी मुकदमों में 27 लोग नामजद किए गए हैं।
एसएसपी ने बताया कि हसनगंज पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा है। इसी तरह अलग-अलग थानों की पुलिस ने करीब 200 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। नामजद आरोपियों की धर-पकड़ के लिए पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। अज्ञात उपद्रवियों की पहचान के लिए वीडियो, फोटो व सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही
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