न्यूज़ डेस्क : जम्मू-कश्मीर और लद्दाख 31 अक्टूबर गुरुवार से दो नए केंद्र शासित प्रदेश के रूप में अस्तित्व में आ जाएंगे। एस एस खंदारे को केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का पुलिस प्रमुख नियुक्त किया गया है। वहीं आईएएस अधिकारी उमंग नरुला को लद्दाख के उपराज्यपाल का सलाहकार बनाया गया है।
सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल, राधा कृष्ण माथुर को लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में सुबह 7:15 बजे शपथ दिलाएंगी।इसके बाद वह गिरीश चंद्र मुर्मू को शपथ दिलाने के लिए दोपहर 12:45 बजे श्रीनगर जायेंगी जो जम्मू और कश्मीर के पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर होंगे।
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद सबसे बड़ा बदलाव यह होगा कि यहां की आधिकारिक भाषा उर्दू की जगह हिंदी हो जाएगी। जम्मू-कश्मीर देश का एकमात्र राज्य था, जहां आधिकारिक भाषा उर्दू थी। 31 अक्टूबर आधी रात के बाद से यहां आधार के साथ ही कुल 106 ऐसे कानून पहली बार लागू होंगे जिनके न होने की वजह धारा 370 थी। इनमें मुस्लिम विवाह विच्छेद कानून,मुस्लिम वुमन प्रोटेक्शन एक्ट, आधार, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, शत्रु संपत्ति कानून, आरटीआई, शिक्षा का अधिकार, व्हिसल ब्लोअर शामिल हैं। विशेष राज्य का दर्जा होने के कारण कुल 153 कानून ऐसे थे जो यहां लागू नहीं होते थे।
गौरतलब है कि लद्दाख चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर पुड्डुचेरी के मॉडल की तर्ज पर ही काम करेगा। नया केंद्र शासित प्रदेश बनने के बावजूद यहां के जिन वाहनों को टोल टैक्स में छूट है, वह केंद्र के नए फैसले तक जारी रहेगा।
Comments are closed.