इंदौर का राजा’ पधारे राजस्थान के प्रसिद्ध सांवरिया सेठ की प्रतिकृति में
शहर के हृदय स्थल गांधी हॉल प्रांगण में ’इंदौर के राजा’ के स्वागत के लिए नासिक के 100 लोगों के समूह ने दी ढोल और ताशे से प्रस्तुति ।
आलोक दुबे फाउंडेशन की ओर से प्रसाद रूप में दस दिनों तक एम् वाय अस्पताल में जरूरतमन्द लोगों के लिएभोजन की व्यवस्था की गई है।
: दस दिवसीय गणेशोत्सव में ‘इंदौर का राजा’ राजस्थान के प्रसिद्ध सांवरिया सेठ कृष्ण मंदिर की भव्यतम 151 फुट ऊंची प्रतिकृति में विराज चुके है।
शुक्रवार सुबह 12 बजे गणेश जी की 12 फुट ऊंची भव्यतम मूर्ति की पूरी विधि विधान से स्थापनाकी गई। स्थापना के बाद भगवान् गणेश की आरती की गई जिसमे सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे। शुक्रवार का खासआकर्षण नासिक की ढोल पार्टी थी जिसमे कि 100 सदस्य है 60 पुरुष और 40 महिलाए। शाम की आरती के बाद जब 100 लोगों की टीमने एक साथ ढोल और ताशे की गर्जना की तब बड़ी दूर तक बस वहीं गर्जना सुनाई दे रही थी।
आलोक दुबे फाउंडेशन के संस्थापक और “इंदौर का राजा” गणेशोत्सव के आयोजक श्री आलोक दुबे ने बताया कि शुक्रवार को भगवान्गणेश ‘इंदौर का राजा’ की स्थापना बड़ी धुमधान से हुई। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आकर दर्शन लाभ लिया। शाम को सांस्कृतिकप्रस्तुतियां के अंतर्गत नासिक की प्रसिद्ध ढोल पार्टी ने अपनी प्रस्तुति से सभी को अपनी ओर आकर्षित कर दिया। 10 दिनों तक चलनेवाले गणेश उत्सव में 26 अगस्त को शहर की प्रसिद्ध नृत्यांगना ज्योत्स्ना सोहनी अपनी टीम के साथ प्रस्तुति देंगी।
सांवरियां सेठ की प्रतिकृति का निर्माण बंगाल के 90 कारीगरों द्वारा दिन रात मेहनत करके किया गया है। गणेश जी की 12 फुट ऊंचीभव्यतम मूर्ति पूरी तरह से इको फ्रेंडली है, जिसमे मिटटी तथा भूसे का उपयोग किया गया है। साथ ही गांधी हॉल प्रांगण में ‘इंदौर काराजा’ का पंडाल पूरी तरह से नो वेस्ट झोन है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है।इसके साथ ही एम्बुलेंसऔर डॉक्टर्स भी मौजूद है। श्रद्धालुओं का 10 करोड़ का बीमा भी कराया गया है
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