संस्था ” प्रयास” के प्रयास से प्रदेश का पहला प्लास्टिक मुक्त विद्यालय बनने का गौरव

इंदौर | आज से देशभर में प्लास्टिक पर प्रतिबन्ध लग चुका है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की  साल 2022 तक देश को पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त बनाने की योजना है | इस अभियान  को सार्थक बनाने के लिए कदम बढ़ाया है समाज सेवी संस्था “ प्रयास “ ने | 

 

  समाज सेवी संस्था ” प्रयास ” विगत  18  वर्षो से कार्यरत है संस्था सचिव पूजा दवे ने बताया की संस्था पुरे देशभर में कार्य करती है | हमारा उदेश्य समाज के हर नागरिक  को सक्षम और सफल बनाना है | हम शिक्षा ,महिला उद्धार ,बाल विवाह को रोकना तथा हाइजीन से जुड़े समस्याओँ का समाधान करना है ,संस्था समय समय पर ट्राइबल आर्ट को बढ़ावा देने के लिए वर्कशॉप का आयोजन भी करती है | 
प्लास्टिक मुक्त पहला स्कुल – प्लास्टिक मुक्त भारत  के सपने को साकार करने के लिए हाल ही में हमने मालवा मिल के निकट शिवाजी नगर के प्रायमरी स्कुल को पूर्णतः प्लास्टिक मुक्त किया गया है स्कुल की सभी प्लास्टिक की चीजों  जैसे शार्पनर ,प्लास्टिक की कुर्सी,दीवाल घड़ी ,बॉटल,टिफ़िन  की जगह मेटल और लकड़ी की चीजों को स्थान दिया गया है | 
पूजा दवे ने बताया की अब हर रविवार को हम आम जनता  के बीच जायेगे ,फली कड़ी में इस रविवार हम लोगो से प्लास्टिक का ब्रश के स्थान पर लकड़ी के ब्रश का उपयोग करने का निवेदन करेंगे | उसके अगले रविवार   उनसे निवेदन करेंगे की वे कपडे की थैली का प्रयोग करे | हर रविवार नये नये उदेश के साथ जनता से अनुरोध करेंगे | 
  कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव द्वारा की गई घोषणा – 
स्वच्छता में लगातार अव्वल रहने के बाद इंदौर ने एक बार फिर प्रदेश और देश में अपना नाम रोशन किया है। इंदौर के शासकीय माध्यमिक विद्यालय शिवाजी नगर को प्रदेश का पहला प्लास्टिक मुक्त विद्यालय बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। इसकी घोषणा आज इंदौर के रविन्द्र नाट्य गृह में आयोजित विशाल कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह, जिले के प्रभारी तथा गृह मंत्री श्री बाला बच्चन और स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट की उपस्थिति में की गई। उक्त सभी अतिथियों ने इंदौर को मिले इस गौरव की सराहना की और इस कार्य में लगे शिक्षक, स्वयंसेवी संस्था और विद्यार्थियों को धन्यवाद दिया। अतिथियों ने इन सभी का सम्मान भी किया। 
कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव की पहल पर इंदौर जिले के शासकीय विद्यालयों को सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के उपयोग से मुक्त करने का अभियान शुरू किया गया है। पहले चरण में जिले के सौ शासकीय विद्यालयों को सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के उपयोग से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद शनै:-शनै: सभी विद्यालयों को सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के उपयोग से मुक्त किया जायेगा। कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव तथा जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नेहा मीना विशेष रूप से आज इस स्कूल में पहुंचे। यहां उन्होंने शिक्षकों और विद्यार्थियों से चर्चा कर उनका हौसला बढ़ाया। उनके कार्यों की सराहना की। इस कार्य में लगे स्वयंसेवी संस्था प्रयास की भी सराहना की। कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव ने विद्यालय के बच्चों से चर्चा कर उनके द्वारा प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने के बारे में जानकारी ली। बच्चों ने बताया कि अब हम स्कूल में पानी के लिये प्लास्टिक की बोतल नहीं लाते हैं। प्लास्टिक के कम्पास की जगह हम अन्य सामग्री से बने कम्पास का उपयोग कर रहे हैं। सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के उपयोग से मुक्त करने के लिये स्कूल में बाल केबिनेट भी बनायी गई है। बच्चों ने कहा कि हम अपने परिजनों को भी सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिये प्रेरित कर रहे हैं।
बताया गया कि इस स्कूल में प्लास्टिक मुक्त अभियान के तहत प्लास्टिक की बनी सभी सामग्रियों को अन्य सामग्रियों में बदला गया है। इनमें प्रमुख रूप से कुर्सियां, डस्टबीन, बाल्टी, पानी की टंकी, फाइल फोल्डर, कम्पास बॉक्स, बच्चों के खिलौने, बाथरूम मग, लंच बॉक्स, पानी की बोतल, स्लेट, टाटपट्टी, स्केल, किचन सामग्री, बर्तन का टब, कचरा साफ करने की सुफड़ी, दीवार घड़ी आदि शामिल हैं। इस अवसर पर बच्चों ने स्वच्छता पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति भी दी। कलेक्टर श्री जाटव और श्रीमती मीना ने समीप बने आँगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण भी किया | 

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