न्यूज़ डेस्क : मालदीव की संसद में पाकिस्तान की तरफ से रविवार को कश्मीर मुद्दा उठाने पर भारत की तरफ से उसे करारा जवाब दिया गया। वहां की संसद में जब पाकिस्तान के डिप्टी स्पीकर की तरफ से कश्मीर का मुद्दा उठाया गया तो राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इस मंच पर कश्मीर मुद्दे को उठाने का कड़ा विरोध करते हैं क्योंकि यह आंतरिक मामला है।
राज्यसभा के सभापति ने कहा कि पाकिस्तान को क्षेत्रीय शांति के लिए सीमापार आतंकवाद को खत्म करने की आवश्यकता है।
तलब है कि पाकिस्तान कश्मीर में भारत की तरफ से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाने के बाद से बौखलाया हुआ है। वह इस मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण करना चाहता है। लेकिन, दुनिया में कहीं भी समर्थन न मिलने के बाद पहले उसने युद्ध की धमकी दी और मिसाइल का परीक्षण किया और अब वह दोबारा भारत के साथ बातचीत की पेशकश कर रहा है।
पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जान के बाद कहा कि अब भारत के साथ कोई बातचीत नहीं हो सकती है। लेकिन, उसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस्लामाबाद बातचीत के लिए तैयार है, बशर्ते भारत जम्मू कश्मीर से राजनेताओं को रिहा करें।
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