न्यूज़ डेस्क : अर्जुन कपूर ने एक बार फिर से टैटू बनवाया है और यह काफी महत्वपूर्ण होने के साथ ही पूरी तरह व्यक्तिगत भी है। उन्होंने जो टैटू बनवाया है वह एक सार्थक लैटिन उद्धरण है, जो सुंदर होने के साथ ही अपनी सार्थकता को भी सिद्ध करता है। अर्जुन के लिए इस टैटू ‘Per Ardua Ad Astra’को मशहूर चित्रकार और जेजे कॉलेज ऑफ आर्ट के एनिमेटर सेवियो डीसूजा ने बनाया है, जिसे वे अपनी बांह पर धारण करते हैं।
अर्जुन ने कहा कि “यह एक लैटिन कहावत है, जिसका मतलब है – विपरीत परिस्थितियों से सितारों की ओर! अर्जुन ने खास बातचीत में कहा कि अपने पूरे जीवन में हम सभी समय आने पर अवसर का लाभ उठाना चाहते हैं,लेकिन ज्यादातर लोग विपरीत हालातों के शिकार हो जाते हैं। चीजें हमेशा जगह में नहीं आती हैं। लेकिन आखिरकार, जीवन की सुंदरता को उपेक्षित होना है, ऐसे में इस अवसर का लाभ उठाएं और अपनी क्षमता से परे जाने में सक्षम बनें, क्योंकि आप खुद पर विश्वास करते हैं और आप क्या करने में सक्षम हैं, इसपर विश्वास करते हैं ।
अर्जुन ने इस टैटू उद्धरण का चयन ऐसे समय में चुना है, जब वे खुद को फिट करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं और वजन कम करने का उनका यह सफर उनके लिए काफी प्रेरणास्पद रहा है। ऐसे में आशुतोष गोवारिकर की आगामी रिलीज ऐतिहासिक पानीपत के साथ आने वाला साल उनके लिए काफी सकारात्मक नजर आ रहा है।
इन सबके बीच एक मनःस्थिति को दर्शाते हुए अर्जुन ने इस टैटू को चुना है, जो आशावादी और दृढ़ दोनों है। वे कहते हैं कि कुल मिलाकर अपने और दूसरों की अपेक्षा को पार करना है, क्योंकि मुझे लगता है यह वह चीज है,जिसने मुझे परिभाषित किया है। अर्जुन कहते हैं कि पहले दिन से ही किसी ने भी मुझे मौका नहीं दिया और किसी तरह आपने अवसर का लाभ उठाया और बेहतर प्रदर्शन किया। ऐसे में यह मुझे खुद के लिए सटीक, अभिन्न और व्यक्तिगत लगा। उन्होंने कहा कि टैटू बहुत ही व्यक्तिगत हैं और मेरे पास पहले से ही एक है (उन्होंने पहले अपनी स्वर्गीय मां मोना कपूर के लिए उनकी याद में हिंदी में मां शब्द गुदवाया था) और यह मेरी दूसरी है।
वह कहते हैं, “मुझे लगता है कि यह सब बताने के लिए एक कहानी होनी चाहिए। मुझे व्यक्तिगत नुकसान हुआ और मैंने काफी उतार-चढ़ाव देखे, इसके बावजूद मैंने आगे बढ़ना जारी रखा। उन्होंने कहा कि वे अभिनेता बनना चाहते थे और इसके लिए जब उन्होंने इस इंडस्ट्री में शुरुआत की थी उस वक्त संपर्क के दौरान लोगों ने उनसे कहा कि वे अभिनेता नहीं बन सकते, क्योंकि वे सक्षम नहीं हैं। इसके सात साल बाद आज मैं यहां हूं।
इसलिए, कहीं न कहीं मैं उन सभी प्रतिकूलताओं को महसूस करता हूं, जिनसे पार पाकर मैं जीवन में कहीं न कहीं पहुंचाने में कामयाब रहा हूं और ऐसा केवल खुद पर विश्वास करने से ही होता है। अर्जुन कहते हैं, यह टैटू मेरे लिए मेरे रास्ते का प्रतीक है।
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