न्यूज़ डेस्क : मक्का में आयोजित इस्लामी देशों के समूह ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कंट्रीज़ यानी ओआईसी के मुखियाओं की 14वीं इस्लामिक कॉन्फ़्रेंस की l ओआईसी की बैठक को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा कि भारत प्रशासित कश्मीर और फ़लस्तीन की आज़ादी के जायज़ संघर्ष को दहशतगर्दी नहीं कहा जा सकता l
पाकिस्तान के सारे अख़बारों ने इमरान ख़ान के भाषण को पहले पन्ने पर जगह दी और कई अख़बारों ने तो इमरान ख़ान की पूरी तक़रीर को ही छाप दिया l अख़बार एक्सप्रेस के अनुसार इमरान ख़ान का कहना था, ”9/11 के बाद कश्मीर और फ़लस्तीन की जायज़ जद्दोजहद को इस्लामी अतिवाद और दहशतगर्दी से जोड़ दिया गया हालांकि 9/11 से पहले 80 फ़ीसदी से ज़्यादा आत्मघाती हमले ग़ैर-मुस्लिम चरमपंथी करते थे. तमिल छापामारों के हमले को तो किसी ने हिंदू मज़हब से नहीं जोड़ा क्योंकि ये भी एक राजनीतिक लड़ाई थी l”
अख़बार के अनुसार इमरान ख़ान ने इस अवसर पर पश्चिमी देशों की आलोचना करते हुए कहा कि वह अभी तक इस्लाम की ग़लत छवि को पेश करता रहा है l
उन्होंने ओआईसी की भी आलोचना की. इमरान ने कहा कि अगर कोई इस्लाम के आख़िरी पैग़म्बर हज़रत मोहम्मद का अपमान करता है तो यह हमारी नाकामी है l इमरान ने कहा कि मुसलमानों के विश्वस्तरीय फ़ोरम के तौर पर ओआईसी को मुसलमानों के अधिकार और उनकी धार्मिक भावनाओं की सुरक्षा के लिए प्रभावी किरदार अदा करना चाहिए l
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