न्यूज़ डेस्क : दिल्ली का ‘दिल’ कहे जाने वाला कनॉट प्लेस एशिया प्रशांत का चौथा सबसे महंगा कार्यालय स्थल बनकर उभरा है। इसके किराये में साल 2019 की पहली तिमाही में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 1.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। प्रॉपर्टी से जुड़ी सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक ने यह जानकारी दी।
बीकेसी सातवें पायदान पर : नाइट फ्रैंक ने बयान में कहा कि हांगकांग , टोक्यो और सिंगापुर एशिया प्रशांत में तीन सबसे महंगे कार्यालय स्थलों में शुमार हैं। मुंबई का बांद्रा कुर्ला कॉम्पेलक्स (बीकेसी) इस सूची में सातवें पायदान पर है।
फर्म ने 2019 की पहली तिमाही के लिए एशिया-प्रशांत प्राइम कार्यालय किराया सूचकांक जारी किया है। यह फर्म एशिया के प्रमुख बाजारों में किराए के उतार-चढ़ाव पर नजर रखती है। कनॉट प्लेस का औसत कार्यालय किराया वर्ष 2019 की पहली तिमाही में बढ़कर 330 रुपये वर्गफुट प्रति माह रहा। इससे पहले, 2018 की पहली तिमाही में मासिक किराया 326 रुपये प्रति वर्गफुट था।
बंगलूरू में 17 फीसदी बढ़ा किराया : समीक्षाधीन अवधि में बेंगलूरू के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) में कार्यालय स्थल का किराया 17 फीसदी बढ़कर 125 रुपये वर्गफुट प्रति माह हो गया। एक साल पहले की इसी अवधि में मासिक किराया 107 रुपये प्रति वर्गफुट पर था।
मुंबई में बीकेसी का मासिक किराया 5 फीसदी बढ़कर 300 रुपये प्रति वर्गफुट पर पहुंच गया, जो कि 2018 की जनवरी-मार्च अवधि में 286 रुपये वर्गफुट था। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘कार्यालय स्थल की मांग में 2018 में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। इस दौरान, 4.7 करोड़ वर्ग फुट स्थान किराये पर दिया गया जबकि नए कार्यालय स्थल की आपूर्ति में 13 फीसदी की वृद्धि हुई।
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