विंध्या तिवारी ने -&TV के ‘विक्रम बेताल की रहस्य गाथा’ के लिये गाया खरबोली गाना

न्यूज़ डेस्क : आध्यात्मिक नगरी वाराणसी से आयीं, विंध्या तिवारी ने विभिन्न शोज़ में अपने बेहतरीन और प्रभावी किरदारों के माध्यम से इस इंडस्ट्री में अपनी एक पहचान बनायी है। चाहे वह नकारात्मक भूमिकाएं हों या फिर आज के जमाने की एक सशक्त महिला की, इस अभिनेत्री ने हर किरदार को पूरे परफेक्शन और वास्तविकता के साथ निभाया है। &TV के शोज़ जैसे ‘वारिस, ‘हाफ मैरिज’ और ‘लाल इश्क़’ में अपनी विभिन्न भूमिकाओं के लिये याद की जाने वाली विंध्या तिवारी -ज्ट के फैंटेसी ड्रामा, ‘विक्रम बेताल की रहस्य गाथा’ में जोगनी की भूमिका में नज़र आयेंगी। उनके मौजूदा किरदार से अलग वह एक मेलोडियस एंट्री करने वाली हैं, जोकि इस शो में जीवन दर्शन को समझाती है। जी हां, पहली बार टेलीविजन पर वह एक शो के लिये गायेंगी, जिसमें वह अभिनय कर रही हैं!

 

इसे प्राचीन हिन्दी भाषा खरबोली में गाया गया है, इस गाने में अपनी आवाज देने से पहले उन्हें काफी कठिन तैयारी से होकर गुजरना पड़ा। अपनी तैयारी के बारे में बताते हुए, इस अभिनेत्री ने कहा, ‘खरबोली हिन्दी का एक विशुद्ध रूप है, जोकि भारत के कुछ ही हिस्सों में बोली जाती है। इस भाषा में बोलना, अकेले गाना काफी मुश्किल काम था! इसलिये, जब ‘विक्रम बेताल की रहस्य गाथा’ में खरबोली में गाने का मौका मिला, तो मैं जानती थी कि यह एक चुनौती होगी, लेकिन यह बेहद रोमांचक भी था। बहुत ही सीमित संसाधनों के साथ, मैं अच्छी तरह नहीं जानती थी कि इस भाषा के शब्द किस तरह बोले जाते थे। इसलिये, मैंने कबीर और संत नामदेव के दोहों से संदर्भ लेने का फैसला किया। इस शो की शूटिंग शुरू करने से पहले मैं उन दोहों को पढ़ने में घंटों समय बिताती थी, ताकि मुझे इस भाषा का सही अंदाज और तरीका समझ में आ जाये। इस शो में फाइनल रिकाॅर्डिंग से पहले भी, मैंने इस गाने की लगातार 2 दिनों तक रिर्हसल की। इस भाषा में गाना और बोलना मुझे अपनी जड़ों की तरफ ले गया और मुझे फिर से अपने बचपन को जीने का मौका मिला। जहां मैं नदियों के किनारे संतों को इस भाषा में बोलते हुए सुना करती थी।’’

जहां तक भूमिकाओं के चुनाव की बात है, विंध्या हमेशा ही प्रयोगवादी रही हैं, जिससे उन्हें ना केवल अपना सर्वश्रेष्ठ अभिनय दिखाने का मौका मिला है, बल्कि अपने अलग-अलग रूपों को भी दिखाने का मौका मिला है। इससे पहले इस अभिनेत्री ने एपिसोडिक भूमिकाएं निभायी हैं, लेकिन पहली बार दर्शक उन्हें बिलकुल नये अवतार में देख पायेंगे। हर एपिसोड के साथ अलग-अलग ट्विस्ट और टर्न लाने वाला -&TV का ‘विक्रम बेताल की रहस्य गाथा’ में विंध्या तिवारी, जोगनी की एक बिलकुल ही अलग तरह की भूमिका निभाती नज़र आयेंगी, जिनके किरदार में थोड़ी नकारात्मकता की झलक भी देखने को मिलेगी।

 

राजा विक्रमादित्य ना केवल उनके साम्राज्य, बल्कि रानी पद्मिनी के साथ रिश्तों को लेकर उसके इरादों को जाने बगैर उसे उज्जयनी महल ले आते हैं। हम यह जानने के लिये उत्सुक हैं कि आगे क्या होगा!

 

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