25 वर्षीय ब्रेन डेड युवक ने 43 वर्षीय व्यक्ति के दिल को दी नई धड़कनें

अहमदाबाद, मार्च , 2019: सिम्स हॉस्पिटल अहमदाबाद ने आज सर्जरी के क्षेत्र में एक बार फिर नया मुकाम हासिल करते हुए सफलतापूर्वक 8 वें हृदय प्रत्यारोपण को अंजाम दिया। प्रत्यारोपित किया गया यह हृदय एक सड़क दुर्घटना के पश्चात् ब्रेन डेड घोषित किये जा चुके 25 वर्षीय युवक से लिया गया था, जिसे शेल्बी हॉस्पिटल, अहमदाबाद से लाया गया था। इसके द्वारा सिम्स हॉस्पिटल, अहमदाबाद में 43 वर्षीय मरीज को नया जीवन पाने में मदद की गई। यह दोनों ही हॉस्पिटल्स, कॉर्पोरेट प्रतिद्वंदिता से परे हटकर, सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं देने तथा मानव हित में मिलकर काम करने की दिशा में एक नया उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।

 

प्रत्यारोपण की इस प्रक्रिया का प्रतिनिधित्व कार्डियक सर्जरी टीम ने मिलकर किया जिसमें डॉ. धीरेन शाह, डॉ. धवल नाइक, डॉ. अमित चन्दन (कार्डियक सर्जन्स-हृदय शल्य चिकित्सक), डॉ. चिंतन शेठ, डॉ. नीरेन भावसार तथा डॉ हीरेन ढोलकिया (कार्डियक एनेस्थेसिस्ट) शामिल रहे।

 

हृदय को ग्रहण करने वाले राजकोट के 43 वर्षीय (नाम) पिछले 7 वर्षों से दिल की एक घातक स्थिति डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी से ग्रसित थे। इस स्थिति में हृदय का आकार बड़ा हो जाता है और खून को पम्प करने की सामान्य प्रक्रिया गड़बड़ा जाती है. परिणामस्वरूप फेफड़ों, लिवर एवं शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंगों पर भी बुरा प्रभाव पड़ने लगता है। ब्रेन डेड मरीज के परिवार ने उसका हृदय तथा लिवर दान कर दिया था जिसमें से हृदय को सिम्स हॉस्पिटल लाया गया जबकि लिवर का उपयोग शेल्बी हॉस्पिटल में ही एक मरीज के प्रत्यारोपण के लिए किया गया। 

सिम्स में इस सफल प्रत्यारोपण के बारे में बात करते हुए डॉ. धीरेन शाह कार्डियक तथा हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जन ने कहा-‘ 8 सफल हृदय प्रत्यारोपण ने एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया है। लेकिन यह सबकुछ अंग दान देने वाले व्यक्ति तथा उनके परिवार के सहयोग के बिना सम्भव नहीं था, जिन्होंने आगे आकर एक व्यक्ति को जीवन देने में मदद की। इस प्रत्यारोपण को लेकर वह युवा मरीज (जिन्हें नया हृदय प्रत्यारोपित किया गया) के मन में कुछ हिचक थी, लेकिन पूर्व के 7 सफल प्रत्यारोपण के बारे में जानने के बाद उन्होंने इसके लिए सहमति दे दी। इस तरह स्वास्थ्य के क्षेत्र में सर्वोत्तम सेवाएं देने का हमारा लक्ष्य सुखद परिणाम तक पहुँच पाया। इस पूरी प्रक्रिया में हमारे विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम द्वारा किये गये प्रयास सराहनीय रहे’।

इस सर्जरी के दौरान टीम का हिस्सा रहे डॉ. धवल नाइक, कार्डियक तथा हार्ट ट्राँसप्लाँट सर्जन ने इस अवसर पर कहा-‘प्रत्येक सफल हृदय प्रत्यारोपण के साथ गुजरात आने वाले समय में और भी अधिक ट्रांसप्लांट्स के लिए तैयार हो रहा है। मरीज और उनके परिवार भी अब सफलता की इस दर को देखते हुए हार्ट ट्रांसप्लांट पर अधिक भरोसा कर रहे हैं। इस योजना की सफलता जल्द ही हार्ट-लंग ट्रांसप्लांट (हृदय-फेफड़ा प्रत्यारोपण) तथा लंग ट्रांसप्लांट (फेफड़ा प्रत्यारोपण) के क्रियान्वयन को भी सार्थक बनाएगी। यही नहीं, हम इस संदर्भ में गुजरात सरकार से आर्थिक सहायता के लिए भी प्रयास कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस दिशा में भी हम आगे बढ़ पाएंगे।’

सिम्स हॉस्पिटल, अहमदाबाद को जेसीआई, एनएबीएच तथा एनएबीएल की मान्यताप्राप्त है और इसके साथ ही गुजरात में सफलतापूर्वक हृदय प्रत्यारोपण करने वाला पहला हॉस्पिटल होने का गौरव भी इसे प्राप्त है

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