न्यूज़ डेस्क : सेवानिवृत्त जज जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष की नियुक्ति लोकपाल के रूप में की गई है और यह देश के पहले लोकपाल होंगे l चुनाव के समय मोदी सरकार ने आखिरकार लोकपाल की नियुक्ति की l केंद्र सरकार का यह बहुत बड़ा चुनावी हथियार है जो वह चुनाव के वक्त इस्तेमाल कर विपक्ष द्वारा लगातार हो हमले से कि सरकार ने लोकपाल की नियुक्ति नहीं की से चुनाव में बचने के लिए आखिरकार सरकार ने आज लोकपाल की नियुक्ति कर दी l
लोकपाल की नियुक्ति सबसे पहले उस समय लोगों के जेहन में आई जब अन्ना हजारे ने दिल्ली के रामलीला मैदान में लोकपाल नियुक्ति को लेकर आंदोलन किया था l जो कि पूरे देश में फैल गया था और इसको लेकर मनमोहन सरकार संकट में आ गई थी l तब से अभी तक 2 सरकारी आई परंतु लोकपाल की नियुक्ति नहीं हो पाई थी l चुनाव के वक्त लोकपाल की नियुक्ति कर इसका चुनावी फायदा लेने का प्रयास मोदी सरकार करेगी हालांकि 2014 में सत्ता में आते वक्त मोदी सरकार ने यह वादा किया था कि वह लोकपाल की नियुक्ति करेगी परंतु यह पूरे 5 साल संभव नहीं हो सका और अब चुनाव के वक्त यह संभव हुआ है l
लोकपाल केंद्रीय सतर्कता आयोग के साथ मिलकर काम करेगा सीबीआई समेत किसी भी जांच एजेंसी को आरोपों की जांच करने का आदेश देने का अधिकार होगा l प्रधानमंत्री केंद्रीय मंत्री सांसद और सभी तरह कर्मचारी जांच के दायरे में आएंगे l
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