12 सोशल इनोवेटर्स के उत्कृश्ट इनोवेशन के लिए सम्मानित, कुल 1.70 करोड़ रु की पुरस्कार राशि प्रदान की गई l खंडवा, मध्य प्रदेश के प्रशांत गाडे ने कम लागत वाला मायो-इलेक्ट्रिक प्रोस्थेटिक आर्म ’’इनाली आर्म’’ बनाने के लिए प्लेटिनम अवॉर्ड जीता l
इंदौर , 27 फरवरी, 2019ः इंफोसिस की परोपकारी और सीएसआर इकाई इंफोसिस फाउंडेशन ने आज आरोहण सोशल इनोवेशन अवॉर्ड्स, 2018 के विजेताओं की घोषणा की। आरोहण अवॉर्ड्स की शुरुआत सामाजिक क्षेत्र के लिए अनोखे समाधान विकसित करने वाले व्यक्तियों, टीमों या एनजीओ को पुरस्कृत एवं सम्मानित करने के दृष्टिकोण के साथ किया गया था जिनमें बड़े पैमाने पर भारत में पिछड़े तबके के लोगों को सकारात्मक ढंग से प्रभावित करने की क्षमता हो।
फाउंडेशन छह पुरस्कार श्रेणियों में विजेताओं की घोषणा करता हैः स्वास्थ्य सेवा, ग्रामीण विकास, निराश्रितों की देखभाल, महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण , शिक्षा एवं खेल और स्थायित्व।विजेताओं का चयन 900 से अधिक आवेदनों के समूह में से एक उत्कृष्ठ निर्णायक मंडल द्वारा किया गया जिसमें प्रोफेसर त्रिलोचन शास्त्री, पूर्वडीन, आईआईएम बेंगलुरु; पद्मश्री श्री अरविंदगुप्ता, भारतीय खिलौना नवोन्मेशक एवं विज्ञान विषेशज्ञ; प्रोफेसर अनिल गुप्ता, विज़िटिंग फेकल्टी मेंबर, आईआईएम अहमदाबाद, ग्रास रुट्सइनोवेशन के दुनिया के जाने-माने विद्वान और हनीबी नेटवर्क के संस्थापक; प्रोफेसर जीवीवी शर्मा , फेकल्टीमेंबर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एवं कोऑर्डिनेटर, टीचिंग लर्निंग सेंटर, आईआईटी हैदराबाद; श्री सुमित विरमानी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं वैश्विक प्रमुख-मार्केटिंग, इंफोसिस और इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन एवं जानी-मानी लेखिका श्रीमती सुधा मूर्ति शामिल हैं।
आरोहण सोशल इनोवेशन अवॉर्ड्स 2018-19 के विजेता इस प्रकार हैंः
प्लेटिनम अवॉर्ड विजेता, प्रत्येक टीम को 30 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिली
स्वास्थ्य सेवाः मध्य प्रदेश के प्रशांत गाडे को कम लागत वाले मायो-इलेक्ट्रिक प्रोस्थेटिक आर्म के लिए जिसे’’इनाली आर्म’’कहते हैं शिक्षा पंजाब के खुशवंतराय और अंजलि खुराना को किफायती व्यक्तिगत ब्रेल प्रिंटर बनाने के लिए गोल्ड अवॉर्ड विजेता, प्रत्येक टीम को 20 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिली l
स्थायित्वः महाराष्ट्र के मयूर रामराव लडोले, गौरव घनश्याम दस्ताने और नीलेश लक्ष्मण जाधव को नए वाटर-डिस्इंफेक्टिंग हैंडपंप के लिए
महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरणः महाराष्ट्र के समग्र इंपावरमेंट फाउंडेशन को’’स्मार्ट लू’’प्लेटफॉर्म के लिए
Related Posts
सिल्वर अवॉर्ड विजेता, प्रत्येक टीम को 15 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिली
निराश्रितों की सहायताःगुजरात के सुमंत मुदलियार और विश्रृत गौरांग कुमार भट्ट को विकलांगों के लिए चलने-फिरने वाली डिवाइस’’हैंडी केयर’’
स्वास्थ्य सेवाःहरियाणा के आकाश भडाना, वासु कौशिक और राहुल गुप्ता को सांस संबंधी बीमारियों के मरीज़ों के लिए स्मार्ट ऑटो मेटेड दवा डिलिवरी और प्रदूषणरोधी मास्क’’का एली’’ के लिए ब्रॉन्ज़ अवॉर्ड विजेता, प्रत्येक टीम को 10 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिली
ग्रामीण विकासःराजस्थान के श्रवण कुमार बाजया को जंगली घास हटाने वाली किफायती मशीन ’’वाइडर’’ के लिए जो जंगली घास को हरित खाद में बदल देता है l
शिक्षा : कर्नाटक की संस्कृति डावले को भारत में ब्रेल की कम साक्षरता का सामना करने के लिए ऑडियो टैक्टाइल डिवाइस’’एनी’’विकसित करने के लिए
ज्यूरी स्पेशल मेशन , प्रत्येक टीम को 5 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिली
स्थायित्वःगुजरात के साथी पैड्स को केले के फाइबर से 100 फीसदी बायोडिग्रेडेबल और कंपोस्टेबल सैनिटरी पैड बनाने के लिए
शिक्षा : महाराष्ट्र के चिराग भंडारी, सिद्धार्थ गाला और काव्या अनंत को लिखने वाले डेस्क में बदलने के लिए डिजाइन किए गए स्कूल बैग ’’येलोबैग’’ के लिए
ग्रामीण विकासः कर्नाटक के कारिबसप्पा एमजी, दयानंद के और अनिलकुमार एमके को कृषि में कीटनाटकों का प्रयोग घटाने वाले सोलर इंसेक्ट ट्रैप विकसित करने के लिए महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरणः महाराष्ट्र के अजिंक्य विकास ढरिया को विकेंद्रीकृत सैनिटरी पैड स्टरलाइजेशन, सेग्रेगेशन और डिस्पोज़ल यूनिट’’पैडकेयर’’ विकसित करने के लिए विजेताओं को सम्मानित करते हुए श्री मती सुधा मूर्ति, चेयर पर्सन, इंफोसिस फाउंडेशन ने कहा, ’’आरोहण सोशल लइनोवेशन अवॉर्ड्स को भारत में सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर बड़े पैमाने पर प्रभावी बदलाव लाने का माध्यम माना गया है। सभी विजेताओं ने अपनी रचनाओं के मूल में इस भावना का प्रदर्षन किया और हमें उन प्रयासों का सम्मानित करने का गर्व है। मैं न सिर्फ विजेताओं को बल्कि सभी 906 प्रतिभागियों को बधाई देना चाहती हूं जो बदलाव लाने के उद्देष्य से पूरे देश में सामाजिक नवोन्मेश के लिए बगैर थके काम कर रहे हैं।इंफोसिस फाउंडेशन ऐसे नवोन्मेशों को निरंतर प्रोत्साहित करने और जरूरतमंद लोगों के जीवन में बदलाव के लिए दायरे का विस्तार करने के प्रति प्रतिबद्ध है।’’
इसके अलावा उनके नवोन्मेशों को इंक्यूबेट करने और विस्तार करने में मदद के लिए और प्लेटिनम व गोल्ड अवॉर्ड विजेता आईआईटी हैदराबाद में 8 सप्ताह के रेजिडेंशियल मेंटरशिप के योग्य हैं जिसका खर्च आईआईटी हैदराबाद और इंफोसिस फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से उठाया जाएगा।
Comments are closed.