एजेंसी : पुलवामा में अपने 40 जवानों की शहादत दे चुके भारत ने मंगलवार को कड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए और उसे भारी नुकसान पहुंचाया। लेकिन जिस दिन हिंदुस्तान आतंकी हमलों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा था, उसके मिराज विमान आतंकियों के ठिकानों पर बमबारी कर रहे थे। लेकिन भारत के लिए हमेशा से प्राथमिकता रहा है शांति का रास्ता और इसी का संदेश भी देश ने सदियों से दिया है। यही वजह है कि जिस दिन पाकिस्तान को आतंकी हमले का करारा जवाब दिया गया, उसी दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में महात्मा गांधी के रास्ते को दुनिया में शांति लाने का सबसे अच्छा रास्ता बताया।
उन्होंने बताया कि इस दुनिया को शांति की जरूरत है। वर्ष 2015 से 2018 तक के गांधी शांति पुरस्कार देने के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया को महात्मा गांधी का रास्ता ही सद्भाव और सहअस्तित्व का रास्ता दिखा सकता है। उन्होंने गांधी जी के ‘वैष्णव जन तो’ भजन का उल्लेख करते हुए कहा कि इंसान होने के नाते हमें दूसरों की पीड़ा को महसूस करना चाहिए। हवाई हमले के बाद पीएम के इस बयान को इस बात संकेत माना जा रहा है कि भारत की प्राथमिकता हमेशा शांति की ही रहेगी। हालांकि अब वह किसी आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा।
वायुसेना द्वारा किए गए इन हमलों के बाद एक भाजपा नेता ने कहा कि यह भारत की नीति में बड़े बदलाव का संकेत है। पहले उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और अब पुलवामा हमले के बाद हवाई हमले कर भारत ने अपनी रणनीति साफ कर दी है कि अब वह पाकिस्तान की किसी गलत हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगा। नेता के मुताबिक भविष्य में आने वाली सरकारों के लिए भी यह एक नजीर का काम करेगा। ऐसे किसी हमले के बाद कोई बड़ी कार्रवाई न करना उनके लिए संभव नहीं होगा। इस तरह यह भविष्य के लिए एक रणनीतिक बदलाव है।
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